घाटशिला में सामाजिक सौहार्द की मिसाल, जात-पात से परे सभी भक्ति में हुए सराबोर
Ghatshila: झारखंड के घाटशिला के मुसाबनी में आपसी धर्म और जात पात भुलाकर सभी धर्मों के जवान धार्मिक अनुष्ठान में भाग लिया. इस बात की जानकारी देते हुए कमांडेट संजय रंजन सिंह बताया कि इस आयोजन से भाईचारा बढ़ेगा.
Ghatshila: झारखंड के घाटशिला के मुसाबनी में आपसी धर्म और जात पात भुलाकर सभी धर्मों के जवान धार्मिक अनुष्ठान में भाग लिया. इस बात की जानकारी देते हुए कमांडेट संजय रंजन सिंह बताया कि इस आयोजन से भाईचारा बढ़ेगा.
सभी धर्मों के लोगों ने लिया धार्मिक अनुष्ठान में भाग
धर्म के नाम पर एक ओर जहां देश भर में लगातार आपसी विवाद बढ़ने से खून खराबे की खबरे सामने आ रही है. इसी बीच घाटशिला के मुसाबनी से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने गंगा जमुना ताजीब को और ज्यादा मजबूती दी है. यहां पर स्थित इंडियन बटालियन (आईआरबी)-02 मुख्यालय में आपसी भाईचारे और सौहार्द के साथ हिन्दू-मुस्लिम और आदिवासी जवान एक साथ धार्मिक अनुष्ठान में भाग लिया.
सभी धर्मों को मानने वालों ने दी अपनी सहमति
दरअसल, आईआरबी-02 मुख्यालय में कमांडेंट संजय रंजन सिंह के नेतृव में मुख्यालय परिसर में नव निर्मित शिव मंदिर परिसर में अखंड नाम संकीर्तन का आयोजन किया गया. जिसे सभी धर्मों को मानने वाले जवान और अधिकारी अपनी सहभागिता दी.
जात- पात को भुलाकर सभी भक्ति में सराबोर हुए
इस दौरान कमांडेंट संजय रंजन सिंह और पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह के नेतृत्व में सभी जवानों ने पूजा के कामों में हाथ बंटाया. इस कार्यक्रम में बिहार के आरा से कलाकारों की टोली को भी बुलाया गया. जिनके साथ मिलकर सभी धर्मों और समुदायों के जवान आपसी धर्म और जात-पात को भुलाकर साथ मिलकर भक्ति रस में सराबोर हो गए.
मानसिक शांति और सुकून मिलता है.
इसको लेकर कमांडेंट संजय रंजन सिंह ने कहा कि इस तरह के आयोजन से आपसी भाईचारा और सौहार्द मजबूत होता है. साथ ही तनावपूर्ण माहौल में ड्यूटी निभाने वाले जवानों को इस तरह के आयोजन से मानसिक शांति और सुकून मिलता है.
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