Dhanbad: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के 'पिछड़ेपन' के लिए शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली पिछली सरकार को जिम्मेदार ठहराया. भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने अलग झारखंड राज्य के लिए आंदोलन का विरोध किया था, उन्होंने सत्ता हथियाकर 20 साल तक इसे लूटा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकारी जनसंपर्क कार्यक्रम 'आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार' सिलसिले में धनबाद में थे. 


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झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बलियापुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब झारखंड अलग राज्य बना तो यह समृद्ध था और इसका बजट अधिशेष था. उन्होंने कहा, 'लेकिन जो लोग 2019 तक सत्ता में थे, उन्होंने विकास के नाम पर राज्य का खजाना लूटा और 19 साल में झारखंड को बीमारू बना दिया.' 


इससे पहले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर 2019 में उनकी सरकार बनने के बाद से उसके रास्ते में अड़चनें पैदा करने का आरोप लगाया था. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पांच साल का कार्यकाल पूरा करने का विश्वास जताते हुए विधानसभा में कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) सरकार अगले चुनाव में जीत हासिल कर सत्ता में लौटेगी. 


विधानसभा अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो ने 15 दिसंबर से शुरू हुए विधानसभा के पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है. उन्होंने कहा, 'यह सरकार जल्द ही चार साल पूरे कर लेगी. विपक्ष ने पहले दिन से ही बाधाएं पैदा करने की हरसंभव कोशिश की. लेकिन, यह सरकार न केवल अपना कार्यकाल पूरा करेगी, बल्कि एक बार फिर हमारी सरकार बनेगी.' भाजपा के तीन विधायकों को सदन से निलंबित करने के मुद्दे पर सोरेन ने संसद का उदाहरण दिया. 


(इनपुट भाषा के साथ)