Ranchi: झारखंड (Jharkhand) के कई क्षेत्र साइबर अपराध (Cyber crime) को लेकर पूरे देश में मशहूर हैं. जामताड़ा साइबर अपराध की वजह से पूरे देश में चर्चित हो गया है. प्रशासन के अलर्ट पर रहने के बाद भी झारखंड में साइबर अपराध का क्राइम कम होने का नाम नहीं ले रहा है.


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साइबर अपराधियों के मनोबल का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि साइबर अपराधियों ने इस बार किसी आम लोगों को नहीं बल्कि राजधानी रांची के उपायुक्त (Ranchi DC) छवि रंजन (Chhavi Ranjan) को अपना शिकार बनाया है.


जानकारी के अनुसार, गलत उद्धेश्य से अपराधियों ने रांची के उपायुक्त का फेसबुक पर एक फेक आईडी बनाया था. बड़े सरकारी अधिकारी का फेक आईडी बनाकर साइबर अपराधी ठगी करने के फिराक में थे. कई जगहों पर इस आईडी से मैसेज भेजकर पैसों की मांग भी की जी रही थी.


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इस बारे में सूचना मिलते ही उपायुक्त ने संबंधित पुलिस अधिकारी को इस बारे में जानकारी दी है. रांची के उपायुक्त के फेसबुक आईडी से सोमवार को दर्जनों लोगों को मैसेज भेजा गया. उनसे पैसे की मांग की गई. सभी से कहा गया कि जरूरी है, कुछ पैसे दो कल सुबह वापस कर दूंगा.


सभी को फोन पे पर या गूगल पर करने के लिए कहा जा रहा था.फोन पे के लिए 9455154044 नंबर भेजा जा रहा था. आश्चर्य की बात यह है कि साइबर अपराधी वैसे लोगों से पैसे मांग रहा था जो उपायुक्त के परिचित हैं या उनकी फ्रेंड लिस्ट में शामिल रहे हों. 


यह फेसबुक अकाउंट ठीक वैसा ही बनाया गया है जैसा रांची डीसी का वास्तविक फेसबुक अकाउंट है. उसी तस्वीर का उपयोग किया गया है, जो रांची डीसी की मूल फेसबुक अकाउंट में लगी है.
रांची के उपायुक्त ने लोगों से ऐसे किसी मैसेज के मिलने पर पैसे न देने की अपील की है.


साथ ही उपायुक्त रांची के फेसबुक अकाउंट का फेक आईडी बनाकर गलत इस्तेमाल करने की जानकारी वरीय पुलिस अधीक्षक रांची को दी गई है. एसएसपी से यथाशीघ्र फेक फेसबुक आईडी को बंद कराते हुए विधि सम्मत कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है.