रांची: Jagannath Yatra 2023: राजधानी रांची के रथ मेले की तैयारी अब पूरी हो चुकी है. कल नेत्रदान के साथ भगवान सभी के दर्शन के लिए सुलभ होंगे. वहीं कल के बाद भगवान श्री जगन्नाथ बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र के साथ मौसी बड़ी जाएंगे. मौसी बड़ी में 10 दिनों का प्रवास मेले का रूप लेता है. इस मेले में न सिर्फ राजधानी से बल्कि पूरे राज्य और पड़ोसी राज्य से भी लोग पहुंचते हैं. मेले में झूला खानपान के स्टॉल हरवे हथियार परंपरागत कृषि उपकरण समिति कई आकर्षण युक्त चीजों के स्टॉल लगे हैं. इधर जिला प्रशासन की मुस्तैदी नजर आई है. बता दें कि रांची का जगन्नाथ मेला उड़ीसा के बाद सबसे बड़ा और विशाल माना जाता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


वहीं दूसरी तरफ आयोजन के पूर्व तमाम चीजों की तैयारी को देखने और सुरक्षा एवं अन्य व्यवस्थाओं के मद्देनजर कई दिशा निर्देश देने रांची के उपायुक्त एसएसपी सिटी एसपी ट्रैफिक एसपी समेत कई जिला प्रशासन के अधिकारी पहुंचे. उन्होंने पूरे मेले परिसर का मुयायाना किया है. मेले की सुरक्षा को देखते हुए कुल 16 बैरिकेडिंग बनाए गए हैं. वहीं 40 से भी अधिक कमरे पहली नजर रखेंगे. इधर पर्याप्त संख्या में सुरक्षाबल तैनात किए जाएंगे जिसमें सादे लिबास में महिला व पुरुष सुरक्षा कर्मी भी रहेंगे.


बता दें कि कभी ये यात्रा छोटानागपुर के बड़का गढ़ स्टेट की राजधानी हटिया में हुआ करती थी. जहां ठाकुर ऐनी नाथ शाहदेव ने सन् 1691 ईसवी में पुरी के तर्ज पर जगन्नाथपुर में श्री भगवान जगन्नाथ की मंदिर की स्थापना की. इस मंदिर को आज 332 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन इतिहास के उसी परंपरा को सहेजे हुए भगवान जगन्नाथ की पूजा पाठ विधि विधान से होती आई है. बता दें कि इस मेले का इंतजार न सिर्फ राजधानी रांची बल्कि आसपास के पड़ोसी राज्यों के लोगों को भी रहता है.


इनपुट- आयुष कुमार सिंह


ये भी पढ़ें- जमशेदपुर में बदमाशों ने पिस्टल दिखाकर युवक से की लूटपाट, भीड़ देख भागे अपराधी