आपको फायदे मिलेंगे पर खर्चा करना पड़ेगा... रिजर्वेशन क्लर्क का रिश्वत मांगते वीडियो वायरल
इन पर आरोप लगाया गया है कि अपने पद का दुरुपयोग करते हुए प्रदीप कुमार लाहा टिकट दलालों से सांठगांठ कर रेल टिकट की कालाबाजारी भी करते हैं. सोशल मिडिया में जारी किये गए वीडियो में प्रदीप कुमार लाहा को एक रेल यात्री को टिकट बनाने के एवज में खर्चा मांगते हुए साफ सुना जा सकता है.
रांची: चक्रधरपुर रेल मंडल के कुछ कमर्शियल क्लर्क की कारस्तानी से जहां आम रेल यात्री परेशान हो रहे है. वहीं रेल मंडल की फजीहत भी हो रही है. इसको लेकर लगातार रेल यात्री डीआरएम से शिकायत कर रहे हैं. ताजा मामले में राउरकेला के एक रिजर्वेशन कमर्शियल क्लर्क प्रदीप कुमार लाहा का ट्विटर पर एक वीडियो सोशल मिडिया में पोस्ट कर आरोप लगाया गया है. कि वे बिना खर्चा के कोई काम नहीं करते हैं. उन्हें हर काम के लिए खर्चा चाहिए. साथ ही बता दें कि आरोप यह भी लगाया गया है की रिजर्वेशन काउंटर के इंचार्ज भी क्लर्क के घिनौने काम में शामिल है. चक्रधरपुर रेल मंडल के डीआरएम ने प्रदीप कुमार लाहा की जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दे दिया है.
बता दें कि इन पर आरोप लगाया गया है कि अपने पद का दुरुपयोग करते हुए प्रदीप कुमार लाहा टिकट दलालों से सांठगांठ कर रेल टिकट की कालाबाजारी भी करते हैं. सोशल मिडिया में जारी किये गए वीडियो में प्रदीप कुमार लाहा को एक रेल यात्री को टिकट बनाने के एवज में खर्चा मांगते हुए साफ सुना जा सकता है. वीडियो में देखा गया है कि पहले प्रदीप कुमार लाहा काउंटर पर रेल यात्री को टिकट बनाने का सीधा रास्ता बताते हैं. उसके बाद उन्हें काउंटर के पिछले दरवाजे में बुलाया जाता है.
प्रदीप कुमार लाहा रेल यात्री से कहते है. कि पहले मैंने आपको ऑनलाइन यानी टिकट बनाने का सीधा रास्ता बताया था. अब मैं आपको ऑफलाइन यानी टिकट बनाने का दूसरा तरीका बताता हूं जिसमें आपको फायदे ज्यादा मिलेंगे, लेकिन इसके लिए आपको खर्चा करना पड़ेगा. रिजर्वेशन क्लर्क के इस हरकत को यात्री ने अपनी मोबाइल में कैद कर लिया. इसके बाद ट्वीटर के माध्यम से इसकी शिकायत डीआरएम एजे राठौड़ से कर दी.
डीआरएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इस पर जांच कर आरोपी प्रदीप लाहा पर जल्द कार्रवाई करने का आदेश सीनियर डीसीएम गजराज सिंह को दिया है. अब बड़ा सवाल यह भी उठता है कि जहां रेलवे के कमर्शियल क्लर्क सीधे यात्री से खुलेआम रिश्वत मांग रहे है. वहां रेलवे की विजिलेंस टीम क्या कर रही है. रेलवे की विजिलेंस टीम अगर अपना काम ईमानदारी से करे तो इस तरह खुलेआम घूसखोरी का कारोबार करने की हिम्मत कोई रेलकर्मी नहीं करेगा.
इनपुट - आनंद प्रियदर्शी
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