रांची: Jharkhand News: झारखंड के 10 लाख बच्चों को अब तक यूनिफॉर्म का पैसा नहीं मिला है. शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए बैंक अकांउट नहीं खुलने की वजह से बच्चों को अब तक पोशाक का पैसा नहीं मिला है. 


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12 अक्टूबर को जारी पत्र में मामले में गंभीरता नहीं दिखाने पर वेतन रोकने की भी चेतावनी
यूनिफॉर्म के पैसे नहीं मिलने वाले में राजधानी रांची के डेढ़ लाख से भी ज्यादा बच्चे शामिल हैं. हालांकि रांची उपायुक्त ने प्राचार्य एवं BEEO को जल्द से जल्द खाता खुलवाने का निर्देश दिया है. लेकिन, अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इधर प्राचार्य और शिक्षक अपनी समस्याओं को बता रहे हैं. उनका कहना है कि पोशाक के लिए बच्चों के खाते खुलवाने को लेकर अभिभावकों में जागरूकता की कमी है. वहीं आधार को जरूरी किए जाने के बाद कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.


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इधर रांची जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा बीते 12 अक्टूबर को रांची के सभी स्कूलों को पत्र जारी करते हुए चेतावनी दी है कि अगर छात्रों के खाते नहीं खुलवाए जाते हैं तो वेतन रोकने पर भी विचार किया जाएगा. 


लोहरदगा में स्कूली छात्र-छात्राओं को स्कूल से मिलता है ड्रेस और स्वेटर, एकाउंट में नहीं मिला पैसा
लोहरदगा जिले में कक्षा 1 से 8 तक के छात्र-छात्राओं को स्कूल ड्रेस और जूते के पैसे अकाउंट में नहीं मिलते हैं. जिले में जेएसएलपीएस के माध्यम से स्कूली छात्र-छात्राओं का ड्रेस तैयार किया जाता है. जिसे स्कूल के माध्यम से ही स्कूल ड्रेस और स्वेटर दिए जाने की व्यवस्था पिछले दो वर्षों से की गई है. हालांकि छात्र-छात्राओं को इस बार विद्यालय में नया ड्रेस नहीं दिया गया है. वहीं स्वेटर स्कूल में आने की बात कही गई है. राजकीय मध्य विद्यालय पावरगंज की प्राचार्य और लोहरदगा डीसी डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण ने भी बताया कि पिछले 2 वर्षों से जेएसएलपीएस के माध्यम से स्कूली छात्र-छात्राओं का पोशाक तैयार कर दिए जाने की व्यवस्था की गई है और स्वेटर भी समय पर दिया जाता है. यहां बच्चों के अकाउंट में पैसा नहीं दिया जाता है.