गुमला:Jharkhand News:  गुमला में प्रस्तावित नए समाहरणालय का लोहरदगा रोड के चन्दाली के समीप बनाने का टाना भगत एवं आदिवासी समुदाय के लोग विरोध कर रहे हैं. सैकड़ों की संख्या में आदिवासी महिला-पुरुष ने यहां आकर नए समाहरणालय भवन के विरोध में प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जमीन का एग्रीमेंट कृषि फार्म के नाम पर किया गया था. 


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खेती की जमीन पर सरकारी भवन 
सोमवार को हुए विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग शामिल हुए. वहीं इस मामले में आदिवासी नेताओं का कहना है कि आदिवासियों का जमीन जिस काम के लिए लिया जाता है अगर वह पूरा नहीं होता है तो जमीन वापस करने का प्रावधान है. यह जमीन कृषि फार्म के लिए लिया गया था. जहां अब नया समाहरणालय, डीसी ऑफिस और अन्य विभाग का कार्यालय बनाया जा रहा है. जो नियम के विरुद्ध है. हम लोगों को संविधान के पांचवी अनुसूची में यह विशेष अधिकार प्राप्त है कि ग्राम सभा के माध्यम से ही कोई काम हो सकता है और इसमें सरकारी तंत्र दखल नहीं कर सकता है. 


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30 वर्षों के लिए एग्रीमेंट 
बताया जा रहा है कि इस जमीन को 30 वर्षों के लिए कृषि फार्म के लिए लिया गया था. समय समाप्त होने के बाद जमीन वापस असली मालिक की हो जाएगी.  कृषि फार्म के नाम पर लिए गए जमीन पर हो रहे सरकारी भवन के निर्माण का स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं.विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि किसी भी स्थिति में यहां नया समाहरणालय नहीं बनने दिया जाएगा. यह जमीन आदिवासियों की है और सरकार इसे वापस करें. टाना भगत एवं आदिवासी समुदाय के लोग सरकारी भवन निर्माण का विरोध कर रहे हैं. स्थानीय लोगों के विरोध को देखते हुए प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गई हुई है. हालांकि इस संबंध में जिला प्रशासन के कोई भी अधिकारी कुछ बोलने से कतरा रहे हैं.