Metal Bracelet: ज्योतिष शास्त्र में धातुओं का बड़ा महत्व है. वैसे भी धातुएं मजबूत ऊर्जा स्त्रोत मानी जाती है. ऐसे में धातुओं का धारण करना जीवन में काफी फायदा देने वाला होता है. हालांकि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर राशि के जातकों के लिए धारण करने के लिए कुछ धातुओं को वर्जित बताया गया है. वहीं ज्योतिष शास्त्र मानता है कि हर धातु का संबंध ग्रह नक्षत्रों से है. ऐसे में धातु व्यक्ति के भाग्य को प्रभावित करता है. 


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ऐसे में हर ग्रह का अपना-अपना धातु भी बताया गया है. जैसे चंद्रमा के लिए चांदी और गुरु के लिए सोना उसके प्रतीक धातु माने जाते हैं. 


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बता दें कि चंद्रमा और शुक्र दोनों का प्रतीक धातु चांदी माना जाता है. वहीं मंगल और सूर्य का प्रतीक धातु तांबा है. लोहे को शनिदेव का प्रतीक धातु माना जाता है. गुरु के लिए सोना उसका प्रतीक धातु है. ऐसे  में धातुओं को धारण करने से पहले ग्रहों का ध्यान रखना जरूरी है नहीं तो व्यक्ति के जीवन पर इसका अशुभ प्रभाव भी देखने को मिल सकता है. 


 वैसे ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि सोने को धारण करना भाग्य को बढ़ानेवाला होता है. ऐसे में सोने का कंगन आपके भाग्य को बढ़ाएगा और जीवन में खुशियां लेकर आएगा. यह सकारात्मक ऊर्जाओं को भी आकर्षित करनेवाला है. यह रक्षात्मक गुणों को भी बढ़ानेवाला होता है. इसके साथ ही सोना धारण करने से कऊ बीमारियों और ग्रहों के दोषों से भी मुक्ति मिलती है.  


चांदी के कंगन या आभुषण की बात करें तो यह शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है. यह शरीर के ऊर्जा को बरकरार रखता है. इसके साथ ही यह त्वचा रोगों में भी बेहद फायदेमंद होता है. यह मन की शांति और चित्त की एकाग्रता के लिए बेहतरीन धातु है. इस धातु के बारे में कहा जाता है कि यह भगवान शिव की आंख से बनी थी, इसलिए इसे समृद्धि का भी प्रतीक माना जाता है. 


वहीं तांबे का कंगन मन की शुद्धता के साथ दिमाग को शांत रखने का काम करता है. इसके साथ ही तांबा शरीर के संतुलन को भी बनाया रखता है. तांबा शरीर के रक्त संचार को भी ठीक करता है. यह बीमारियों से भी रक्षा करता है. यह शुक्र दोष से मुक्ति के लिए भी धारण किया जाता है. यह आत्मविश्वास को बढ़ानेवाला होता है.