Diwali 2024: दिवाली हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. यह त्योहार पांच दिनों तक चलता है और खासतौर पर मां लक्ष्मी के स्वागत का दिन होता है. इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है. माना जाता है कि इनकी पूजा करने से घर में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है.


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आचार्य मदन मोहन के अनुसार दिवाली पूजा में मां लक्ष्मी को अष्ट कमल के फूल अर्पित करने का विशेष महत्व है, यानी आठ कमल के फूल. पुराणों में मां लक्ष्मी का एक नाम कमला या कमलासना भी है, जिसका अर्थ है, 'कमल के ऊपर स्थित होने वाली'. आचार्य के अनुसार कमल का एक विशेष गुण है कि वह कीचड़ में खिलता है, लेकिन उसमें सना नहीं रहता. इसी कारण से यह मान्यता है कि जो व्यक्ति दिवाली के दिन मां लक्ष्मी को कमल का फूल अर्पित करता है, वह बुराइयों से प्रभावित नहीं होता. कमल के फूल की एक और खासियत है कि यह नकारात्मकता को समाप्त करने की क्षमता रखता है. इसे देवी लक्ष्मी को अर्पित करने से घर में बुरी शक्तियों का प्रवेश नहीं होता. यदि घर में कोई नकारात्मक ऊर्जा है, तो वह भी कमल के फूल के जरिए समाप्त हो जाती है.


आचार्य के अनुसार दिवाली 2024 का पर्व हर साल अमावस्या के दिन मनाया जाता है. शास्त्रों में इस साल 31 अक्टूबर, गुरुवार को अमावस्या तिथि दिन में 2 बजकर 40 मिनट से शुरू होगी. इसलिए, दीपावली का उत्सव 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा. दीपावली के लिए रात्रि में अमावस्या तिथि का होना आवश्यक है और इस साल यह 1 नवंबर को शाम के समय नहीं है. इस प्रकार, दीवाली का पर्व 31 अक्टूबर को ही मनाने का निर्णय लिया गया है. दिवाली का यह त्योहार न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर खुशियां बांटने का भी एक अद्भुत अवसर है. इस दिन हम सभी एक साथ मिलकर दीप जलाते हैं, मिठाई बांटते हैं और मां लक्ष्मी का स्वागत करते हैं.


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