Shani Puja: कैसे करें शनिदेव की पूजा और किन बातों का रखें ध्यान
Shani Puja: धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान शनि देव को तिल, गुड़, खिचड़ी, काले तिल से बनी चीजें और गुलाब जामुन का भोग लगाने से वे प्रसन्न होते हैं. इससे व्यक्ति की कुंडली में शनि दोष, साढ़ेसाती और ढैय्या का बुरा प्रभाव कम हो जाता है.
Shani Puja: ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है. वे सूर्य देव के पुत्र हैं और कर्मों के फलदाता माने जाते हैं. शनि देव की पूजा करने से जीवन में आने वाली बाधाएं और कष्ट दूर हो जाते हैं. इससे शुभ कर्मों का फल प्राप्त होता है और बुरे कर्मों के दुष्प्रभाव कम होते हैं.
पूजा करने की विधि
आचार्य मदन मोहन के अनुसार शनिवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और शनिदेव की मूर्ति पर तेल, फूल या माला चढ़ाएं. इसके बाद उन्हें पंचामृत से स्नान कराएं और फल या मिठाई का भोग लगाएं. पूजा के दौरान तिल के तेल या सरसों के तेल का दीपक जलाएं और शनिदेव की स्तुति का पाठ करें. पूजा का समापन आरती से करें और अंत में असहाय लोगों को भोजन कराएं. यदि आप व्रत रखती हैं, तो पारण काली उड़द की दाल की खिचड़ी से करें.
पूजा का सही समय
शास्त्रों के अनुसार शनि देव की पूजा सूर्यास्त के बाद करनी चाहिए, क्योंकि इस समय उनकी कृपा विशेष रूप से भक्तों पर होती है. आमतौर पर पूजा शाम 6 बजे के बाद की जाती है. पूजा करते समय आपका मुंह पश्चिम की दिशा में होना चाहिए और लाल रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए. नीले या काले रंग के कपड़े पहनना उचित होता है.
पूजा में वर्जित बातें
शनि देव की पूजा करते समय ध्यान रखें कि उनकी आंखों में नहीं देखना चाहिए. इसके अलावा शमी के पत्ते, फूल, जड़ और फल चढ़ाने चाहिए. महिलाओं को शनि देव की मूर्ति को छूने और उन पर तेल चढ़ाने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से उन पर शनि की नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पड़ सकता है. महिलाएं शनि देव के मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जला सकती हैं.
शनि देव को भोग
भगवान शनि देव को तिल, गुड़, खिचड़ी, काले तिल से बनी चीजें और गुलाब जामुन का भोग लगाना चाहिए. यह सुनिश्चित करें कि भोग सात्विक और शुद्ध हो. ऐसा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति की कुंडली से शनि दोष, साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव कम होता है.
महिलाओं के लिए पूजा नियम
महिलाओं को शनिदेव की पूजा करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए. उन्हें शनि देव की मूर्ति को छूने से बचना चाहिए और न ही उन पर तेल चढ़ाना चाहिए, लेकिन महिलाएं शनि से जुड़ी वस्तुओं का दान कर सकती हैं, जैसे सरसों का तेल, काले वस्त्र, काले जूते, लोहे के बर्तन, काली उड़द दाल और काला तिल. इसके अलावा महिलाएं शनि देव के मंत्रों का जाप भी कर सकती हैं, क्योंकि इस पर कोई रोक नहीं है. इन उपायों और नियमों का पालन कर आप शनि देव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं.
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