पटना: सीएए के खिलाफ देशभर में बवाल मचा हुआ है. दिल्ली, यूपी, पश्चिम बंगाल कर्नाटक, गुजरात, और असम के साथ बिहार में विरोध प्रदर्शन जारी है. बिहार में आरजेडी की ओर से नए नागरिकता कानून के खिलाफ शनिवार को बिहार बंद किया गया. वहीं, बंद के दौरान बड़ी संख्या में आरजेडी, आरएलएसपी ,वीआईपी, हम, और कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे. कार्यकर्ताओं ने सड़क पर जमकर प्रदर्शन और आगजनी की. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वहीं, मीठापुर बस स्टैंड में विकासशील इंसान पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर बवाल काटा बाइक सवार को रोका तो बसों में तोड़फोड़ किया सभी के हाथ में डंडे थे और लोगो को चेताते हुए आगे बढ़ते जा रहे रहे थे और करबिगहिया पहुंचकर बैरिकेड को तोड़ दिया.



बंद समर्थकों ने डाकबंगला चौराहा पर टायर जलाकर आगजनी की. बड़ी संख्या में महागठबंधन के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे. आरजेडी के बंद को महागठबंधन की सभी पार्टियां समर्थन दे रहीं हैं. आरएलएसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा अपने समर्थकों के साथ डाकबंगला चौराहा पहुंचे उसके बाद वीआईपी के मुकेश सहनी ,तेजस्वी यादव ,मदन मोहन झा पहुंचे और संबोधित किया.


बिहार बंद पूरी तरह हिंसक रहा. डाकबंगला चौराहे पर मीडिया कर्मियों को भी शिकार बनाया गया और कैमरे तोड़े गए. हालांकि बिहार के पुलिस हेडक्वाटर के एडिशनल डीजी जितेंद्र कुमार ने जानकारी दी है कि बिहार बंद के दौरान कोई बड़ी घटना नही घटी है. उन्होंने कहा है कि बंद के दौरान अप्रिय घटनाएं नहीं हुई है. जितेंद्र कुमार ने कहा है कि सभी जिलो से रिपोर्ट ली जा रहीं है. कम्पाइल करने के बाद यह पता चलेगा कि सरकारी संपत्ति का कितना नुकसान हुआ है.