पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव अगले वर्ष होने हैं, लेकिन धीरे-धीरे ही सही इसकी गूंज सुनाई देने लगी है. सोमवार को बिहार की सत्तारूढ़ पार्टी जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) के द्वारा एक पोस्टर जारी किया गया था, जिसमें लिखा था, 'क्यूं करें विचार, जब ठीके है नीतीश कुमार'. 


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अब आरजेडी की बैठक में कार्यकर्ताओं को नया नारा मिला है- 'हमने कर लिया है विचार, हमें चाहिये तेजस्वी सरकार'. वहीं, बिहार में एक बार फिर नारे के ऊपर सियासत शुरू हो गई है. नारे के जरिये पलटवार करने पर आरजेडी ने सफाई देते हुए कहा, 'हमलोगों ने नारा जनता को भ्रमित करने के लिए नहीं बल्कि सच्चाई से अवगत कराने के लिए दिया है लेकिन जेडीयू ने जनता को भ्रमित करने के लिए नारा दिया है. 


 



साथ ही आरजेडी नेता विजय प्रकाश ने कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार में भ्रष्टाचार, अपराध, बलात्कार हो रहे हैं तो जनता क्यों ना करे विचार. वहीं, आरजेडी के नारे पर जेडीयू ने जोरदार हमला किया है. जेडीयू नेता निखिल मंडल ने कहा है कि हमारे नारे से विपक्ष में हलचल मच गई है. बेरोजगार नेता प्रतिपक्ष को रोजगार मिल गया है. 


आपको बता दें कि आरजेडी प्रदेश कार्यालय और राबड़ी आवास के बाहर होर्डिंग लगाए गए हैं. इस पोस्टर में चमकी बुखार और क्राइम के बढ़ते ग्राफ का जिक्र करते हुए लिखा गया है, 'क्यों न करें विचार, जब बिहार है बीमार'. पोस्टर को लेकर आरजेडी के नेताओं का कहना है कि हम जेडीयू को जवाब देंगे.


पटना के राजनीतिक गलियारों में जेडीयू का नया स्लोगन 'क्यूं करें विचार ठीके तो है नीतीश कुमार' चर्चा का विषय बना हुआ है. इस स्लोगन को लेकर पक्ष-विपक्ष में ठन गई है. इससे पहले पोस्टर और स्लोगन पर निशाना साधाते हुए आरजेडी विधायक भाई विरेन्द्र ने कहा था कि स्लोगन से प्रतीत होता है कि नीतीश कुमार बैकफुट पर हैं. क्योंकि नीतीश कुमार जब महागबंधन के साथ थे, तो बिहार में बहार था, लेकिन अब 'ठीके हैं' पर आ गए हैं.