पटना: बिहार से राज्यसभा सांसद व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार के किसानों ने पंजाब-हरियाणा के किसान आंदोलन का कभी समर्थन नहीं किया. इसलिए विपक्ष का भारत बंद यहां फ्लॉप रहा. इसके बाद भी RJD का इस मुद्दे को तूल देना और मानव श्रृंखला (Human Chain) बनाने की तैयारी करना सिर्फ नाटक होगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अड़ियल रवैया अत्यंत दुखद
BJP नेता सुशील मोदी (Sushil Modi) ने कहा कि तीन कृषि कानूनों के मुद्दे पर केंद्र सरकार के सकारात्मक रुख और दो साल के लिए इन कानूनों का क्रियान्वयन रोकने सहित छह महत्वपूर्ण संशोधन की पेशकश के बावजूद किसान नेताओं का अड़ियल रवैया अत्यंत दुखद है. 59 दिनों से जारी आंदोलन के दौरान किसान नेताओं ने संसद,  निर्वाचित सरकार और सुप्रीम कोर्ट तक के प्रति सम्मान प्रकट नहीं किया.


खालिस्तानी अलगाववादियों का प्रत्यक्ष या परोक्ष सहयोग
आगे उन्होंने कहा कि देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस ने यदि जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभायी होती, तो किसानों के संदेह दूर कर समाधान निकालना आसान होता. किसान नेताओं ने शहरी नक्सलियों, JNU-Jamia के टुकड़े-टुकड़े गैंग और खालिस्तानी अलगाववादियों का प्रत्यक्ष या परोक्ष सहयोग लेकर आंदोलन की पवित्रता को ठेस पहुंचायी.


अब भी दे सकते सकारात्मक संदेश
सुशील मोदी (Sushil Modi) ने आगे कहा कि सरकार की हर पेश ठुकरा कर किसान नेताओं ने इस आरोप को बल दिया कि वे समाधान नहीं, भारत के लोकतंत्र का अपमान करने वालों का एजेंडा चला रहे हैं. गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली स्थगित कर अब भी वे सकारात्मक संदेश दे सकते हैं.  और बात बन सकती है.