नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. लेकिन सीटों पर उम्मीदवारी पर कई नेताओं की मुशिबतें खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. बिहार के दरभंगा लोकसभा सीट पर हाल ही में कांग्रेस में शामिल होने वाले नेता कीर्ति आजाद ने दावा ठोका था. लेकिन अब दरभंगा सीट पर पहले कांग्रेस की विधायक ने पार्टी को अबदुल बारी सिद्दीकि को देने की नसीहत दी तो वहीं, आरजेडी ने वीआईपी पार्टी के मुकेश सहनी को देने की बात कही है.


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दरअसल, दरभंगा और मधुबनी सीट पर कांग्रेस और आरजेडी के बीच पेंच फंस गया है. कांग्रेस की विधायक भावना झा ने कहा है कि मधुबनी सीट पर शकील अहमद को प्रबल दावेदार है इसलिए उन्हें यह सीट देनी चाहिए. वहीं, दरभंगा सीट पर अब्दुल बारी सिद्दीकि को देने की बात कही. कीर्ति आजाद को उन्होंने बड़ा चेहरा बताते हुए कहीं और से चुनाव लड़ाने की नसीहत दी. इसके बाद माना जा रहा है कि कीर्ति आजाद की दरभंगा सीट छिन सकती है.



वहीं, अब आरजेडी ने भी कीर्ति आजाद को दरभंगा सीट पर चुनाव नहीं लड़ने की नसीहत दी है. आरजेडी के प्रवक्ता शिवानंद तिवारी ने कहा है कि दरभंगा सीट पर मुकेश सहनी प्रबल दावेदार है. कीर्ति आजाद एक बड़ा चेहरा हैं वह कही से भी चुनाव लड़ सकते हैं. उनकी पत्नी ने तो दिल्ली से चुनाव लड़ा है.


शिवानंद तिवारी ने कहा कि वोटों के समीकरण के मुताबिक मुकेश सहनी को मौका दिया जाए तो यह सीट आसानी से जीत सकते हैं. हालांकि कीर्ति आजाद भी सीट जीत सकते हैं लेकिन वह चर्चित चेहरा है तो वह किसी भी सीट से जीत सकते हैं.


अब आरजेडी ने भी कीर्ति आजाद को दरभंगा सीट नहीं देने की बात कही है. ऐसे में कीर्ति आजाद के लिए दरभंगा सीट पर चुनाव लड़ना मुश्किल दिख रहा है. महागठबंधन में सभी दलों को साथ लेकर चलने की बात पर हो सकता है कि मुकेश सहनी को दरभंगा सीट दिया जा सकता है. वहीं, मुकेश सहनी ने भी कहा है कि अगर उन्हें दरभंगा सीट नहीं मिला तो वह केवल चुनाव प्रचार करेंगे.