पटना:  पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव, आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह सहित आरजेडी के 92 नेताओं पर एफआईआर दर्ज किया गया है. लॉकडाउन उल्लंघन करने के मामले में सभी लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. साथ ही 60 अज्ञात लोगों को भी इसमें शामिल किया गया है. वहीं, गोपालगंज में आरजेडी विधायक समेत 73 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. 


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तेजस्वी यादव सहित आरजेडी नेताओं पर मामला दर्ज पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि सरकार अपराधियों का मनोबल बढ़ा रही है. तेजस्वी यादव एफआईआर से डरने वाले नहीं हैं. पीड़ित परिवार को न्याय दिलाकर रहेंगे.


साथ ही उन्होंने कहा है कि लॉकडाउन में अपराध बढ़ रहे हैं सरकार कुछ नहीं कर रही है. सत्त्ता पक्ष के लोग लॉक डाउन का उल्लंघन करे तो कुछ नहीं और तेजस्वी यादव पर एफआईआर कर दोहरा मापदंड सरकार अपना रही है. तेजस्वी यादव 12 करोड़ जनता की आवाज़ हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव बिहार को अपराधमुक्त करके रहेंगे.


आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले गोपालगंज में हुए तिहरे हत्याकांड मामले में तेजस्वी जेडीयू विधायक पप्पू पांडेय की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आरजेडी विधायकों के साथ गोपालगंज जाना चाहते थे. लेकिन लॉकडाउन को देखते हुए प्रशासन ने इसकी अनुमति उन्हें नहीं दी. इस दौरान राबड़ी आवास के पास पुलिस का कड़ा पहरा और बैरिकेडिंग लगा दी गई. पुलिस और आरजेडी नेताओं में कहासुनी भी हुई. 


लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की भी राबड़ी आवास में खूब धज्जियां उड़ी इसलिए आरजेडी के सभी प्रमुख नेताओं समेत 92 लोगों पर केस दर्ज किया गया है. 


क्या है गोपालगंज तिहरा हत्याकांड
आपको बता दें कि गोपालगंज में आरजेडी के नेता जेपी यादव और उनके परिवार पर जानलेवा हमला किया गया. इसमें जेपी यादव तो बच गए लेकिन उनके परिवार के चार सदस्यों की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इसे वर्चस्व का मामला बताया जा रहा है. इस मामले में कुचायकोट के जेडीयू विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय, विधायक के बड़े भाई सतीश पांडेय व उनके पुत्र मुकेश पांडेय को नामजद आरोपी बनाया गया है. इस मामले में पुलिस ने सतीश पांडेय और मकेश पांडेय को गिरफ्तार कर लिया है.