छपरा: नाबालिग के साथ रेप मामले को लेकर मंगलवार को RLSP की प्रदेश इकाई ने पार्टी कार्यालय से आयकर गोलंबर तक मार्च किया, फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका. पुतला दहन कार्यक्रम के दौरान अफरा-तफरी मच गई. दरअसल, पुतले पर पेट्रोल डालने के बाद जैसे ही उसमें आग लगाया तो उसकी चपेट में RLSP के महासचिव उमेश निषाद आ गये. तत्काल आग पर काबू पाया गया. आग की लपटों की चपेट में आने से उनका चेहरा झुलस गया है. 


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नजदीकी अस्पताल में ले जाया गया
प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी ने इस घटना को लेकर कहा कि जब पूरा बिहार जल रहा है तो एक दो कार्यकर्ता के घायल होने से कोई परेशानी नहीं है. बिहार तिलमिला रहा है और पूरे बिहार में बलात्कारियों का हौसला बुलंद हो चला है. कानून का राज बिहार से खत्म हो गया है. महिलाएं और बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं.


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वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री वृषण पटेल ने कहा कि छपरा में जो नाबालिग के साथ घटना घटी है, वह काफी दुखद है. साथ ही मुजफ्फरपुर में पिछले साल 34 लड़कियों के साथ बलात्कार हुआ है. सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लेकर कहा था कि बिहार सरकार की देख-रेख में ऐसी घटना हुई है. इतनी तल्ख टिप्णी सुप्रीम कोर्ट ने किया उसके बाद भी वर्तमान सरकार के रहने का कोई औचित्य नहीं है. इसलिए नीतीश कुमार का पुतला फूंका गया है कि अभिलंब गद्दी से हट जाएं. 


राजनीति में एक दूसरे का विरोध किया जाता है, पुतला दहन किया जाता है. लेकिन जरूरत है अपने से सतर्क रहने की क्यों की ऐसी घटना नहीं हो सके.