Rohtas: बिहार में रोहतास जिले के देवरिया गांव में उस व्यक्ति के 8 जनवरी, 2025 दिन बुधवार को घर लौट आने से हड़कंप मच गया, जिसकी 17 साल पहले 'हत्या' के मामले में उसके रिश्तेदारों को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने बताया कि उसके चार रिश्तेदारों को 2008 में अकोढ़ीगोला पुलिस थाने में दर्ज हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था और वे दो साल जेल में रहे थे, जिसके बाद उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था. 


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हत्या के आरोप में चार लोग दो साल जेल में रहे, बेल पर बाहर
अकोढ़ीगोला थानाध्यक्ष चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि 12 सितंबर 2008 की रात देवरिया गांव निवासी नथुनी पाल की हत्या कर शव को गायब करने का मामला थाने में दर्ज कराया गया था. उन्होंने बताया कि इस मामले में देवरिया गांव के चार लोगों-रति पाल, विमलेश पाल, भगवान पाल और सत्येन्द्र पाल को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें दो साल बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया था. उन्होंने बताया कि मामले की सुनवाई अभी जारी है. 


2008 में घर छोड़कर चला गया था नथुनी पाल
दरअसल, नथुनी पाल 2008 में घर छोड़कर चला गया था और उसे उत्तर प्रदेश के झांसी में स्थानीय लोगों की तरफ से एक संदिग्ध व्यक्ति के बारे में पुलिस को सूचित किए जाने के बाद हिरासत में लिया गया. अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान झांसी पुलिस को पता चला कि उसका नाम बिहार पुलिस के रिकॉर्ड में है. 


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हमारे जीवन के वे बहुमूल्य वर्ष कौन लौटाएगा?-भगवान पाल
उन्होंने बताया कि उचित सत्यापन के बाद उसे उसके पैतृक गांव वापस लाया गया. हत्या मामले के एक आरोपी भगवान पाल ने कहा कि हमारे जीवन के वे बहुमूल्य वर्ष कौन लौटाएगा, जो हमने जेल में और अदालत के चक्कर लगाते हुए बिताए?


इनपुट: भाषा


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