Shambhavi Choudhary Profile: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी अपने हिस्से की पाचों सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए हैं. चिराग ने इस बार वीणा देवी को छोड़कर बाकी किसी ऐसे नेता को टिकट नहीं दिया है, जो चाचा पशुपति पारस के साथ खड़े थे. चिराग ने समस्तीपुर से शांभवी चौधरी को टिकट दिया है. बता दें कि अभी इस सीट से चिराग के चचेरे भाई प्रिंस राज पासवान सांसद हैं. उन्होंने अपने पिता के निधन के बाद इस सीट पर हुए उपचुनाव में जीत हासिल की थी. जब पार्टी का बंटवारा हुआ था तब वह चाचा पशुपति पारस के साथ चले गए थे. वह अभी भी पारस गुट में शामिल हैं. जबकि सीट बंटवारे में समस्तीपुर सीट चिराग की पार्टी को मिली थी. लिहाजा उनका टिकट कटना पक्का हो गया था. 


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वहीं शांभवी चौधरी को टिकट देकर चिराग ने सभी को चौंका दिया है. बता दें कि शांभवी चौधरी, जेडीयू के वरिष्ठ नेता और नीतीश सरकार में मंत्री अशोक चौधरी की बेटी हैं. टिकट का ऐलान होने के बाद शांभवी चौधरी दौड़ते हुए अपने पिता अशोक चौधरी से मिलने पहुंचीं. उन्होंने दौड़कर अपने पिता को गले लगा लिया और इमोशनल हो गईं. इस मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मुलाकात के दौरान शांभवी को अशोक चौधरी यह कहते हुए सुने जा सकते हैं कि यह तो तुम्हारा ड्रीम था, जो अब सच साबित हो रहा है.


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कौन हैं शांभवी चौधरी?


शांभवी के दादा महावीर चौधरी कांग्रेस के बड़े नेता थे और बिहार सरकार में मंत्री रह चुके हैं. पिता अशोक चौधरी भी पहले कांग्रेस में थे, लेकिन अब नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से बिहार सरकार में मंत्री हैं और नीतीश कुमार के काफी करीबी नेता माने जाते हैं. वहीं उनके ससुर कुणाल किशोर पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं. शांभवी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स से पढ़ाई की हैं. इसके अलावा उन्होंने एमिटी यूनिवर्सिटी से समाजशास्त्र में पीएचडी कर रखी हैं. वह पटना के एक स्कूल की डायरेक्टर हैं. अब शांभवी भी लोजपा (रामविलास) पार्टी की टिकट पर राजनीतिक डेब्यू करने जा रही हैं. वह लोकसभा चुनाव लड़ने वाली सबसे कम उम्र की दलित महिला उम्मीदवार होंगी.