सिवान: सिवान के बाहुबली पूर्व सांसद और राजद के कद्दावर नेता रहे दिवंगत मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब ने बिहार की राजनीति में सियासी हलचल बढ़ा दी है. शहाबुद्दीन परिवार और राजद में दूरियां खत्म होने के बजाय और बढ़ गई है. हिना शहाब ने आखिरकार बगावत का बिगुल फूंक दिया. हिना लोकसभा चुनाव में निर्दलीय चुनावी मैदान में उतर चुकी हैं. हिना का यह फैसला लालू यादव के साथ-साथ तेजस्वी यादव की भी टेंशन बढ़ा सकता है. राजद ने सिवान में हिना शहाब के बदले पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को आरजेडी से टिकट दिया है. ऐसे में अब मुस्लिम वर्ग पर राजद की पकड़ कमजोर हो सकती है. हिना शहाब तीन बार लोकसभा चुनाव लड़ चुकी हैं, लेकिन हर बार हार का सामना करना पड़ा है.


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बाहुबली नेता दिवंगत शहाबुद्दीन की पत्नी है हिना शहाब


सिवान की राजनीति में बाहुबली नेता शहाबुद्दीन का दबदबा कायम रहता था. एक दौर ऐसा भी था जब सिवान का पत्ता भी शहाबुद्दीन की मर्जी के बगैर नहीं हिलता था.हिना शहाब ने ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने के बाद शहाबुद्दीन से शादी की थी. हिना साहब को एक बेटा ओसामा और दो बेटी है. ओसामा ने युवा नेता के रूप में अपनी पहचान बनाई है. शहाबुद्दीन 2 बार विधायक और लगातार 4 बार सीवान के सांसद बने. 2004 का लोकसभा चुनाव उन्होंने जेल से रहकर ही लड़ा था और चुनाव में जीत मिली थी. 2021 में तिहाड़ जेल में कैद के दौरान कोरोना से उनकी मौत हो गयी थी.


2009 में हिना शहाब की राजनीति में हुई थी एंट्री


2009 में आपराधिक मामले में सजा मिलने के बाद चुनाव आयोग ने शहाबुद्दीन के चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया था. जिससे शहाबुद्दीन लोकसभा चुनाव में मैदान में नहीं उतर सकते थे. शहाबुद्दीन के चुनाव लड़ने पर रोक लगी तो उनकी पत्नी हिना शहाब मैदान में उतरी. ऐसे में राजद ने शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब को 2009 में लोकसभा चुनाव के लिए सिवान सीट से टिकट दिया था. इस चुनाव में शहाबुद्दीन के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले ओम प्रकाश यादव भी चुनावी मैदान में उतरे हुए थे. जिनकी कभी शहाबुद्दीन ने सरेआम पिटाई की थी. निर्दलीय प्रत्याशी रहे ओम प्रकाश यादव ने 2009 में हिना को 63000 हजार वोट से हरा दिया था. इसके बाद 2014 में भी राजद ने हिना को सिवान सीट से टिकट दिया. लेकिन इस बार भी बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले ओम प्रकाश यादव ने 1 लाख से भी ज्यादा वोट से हिना को हरा दिया. वहीं 2019 में भी राजद ने हिना को अपना उम्मीदवार बनाया. लेकिन इस बार यह सीट बीजेपी जदयू गठबंधन की वजह से जदयू के खाते में चली गई और बीजेपी नेता ओमप्रकाश यादव को टिकट नहीं मिला सका. इसके बाद बाहुबली नेता अजय सिंह की पत्नी कविता सिंह को जदयू ने टिकट दिया. इस चुनाव में दोनों बाहुबलियों की पत्नी चुनावी मैदान में उतरी हुई थी. लेकिन हिना शहाब को कविता सिंह ने हरा दिया और एनडीए की ओर से जीत दर्ज की. हिना शहाब तीन बार लोकसभा चुनाव लड़ चुकी हैं, लेकिन हर बार हार का सामना करना पड़ा है.


शहाबुद्दीन की मौत के बाद आरजेडी ने उनके परिवार से बढ़ा ली थी दूरियां


शहाबुद्दीन तिहाड़ जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे थे. इसी दौरान वह कोरोना पॉजिटिव हो गए थे. जिसके बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी. 2021 में उनकी मौत के बाद सियासी हवा बदलने लगी, तो आरजेडी ने भी उनके परिवार से दूरियां बढ़ा ली. शहाबुद्दीन की मौत के बाद उनके घर परिजनों से मिलने कई बड़े मंत्री और अन्य पार्टी के तमाम नेता पहुंचे थे लेकिन राजद से तेज प्रताप के अलावा कोई नहीं पहुंचा था.जिससे शहाबुद्दीन समर्थकों में राजद परिवार के खिलाफ काफी आक्रोश भी देखा गया था.


राजद से नाराज हिना ने 2024 चुनाव में निर्दलीय उतरने का किया ऐलान


हिना ने भी अब आरजेडी से दूरियां बढ़ा लीं है. हिना शहाब चुनाव मैदान में निर्दलीय उतर चुकी है. हिना शहाब ने इसी बीच गुठनी प्रखंड में जनसंपर्क कार्यक्रम के दौरान लोगों से बातचीत में आरजेडी पर निशाना साधा था. हिना शहाब ने कहा था कि यह जगह पुरानी नहीं है और ना ही नई है. हमेशा के लिए यह जगह हम लोगों की है और हम लोगों की रहेगी. समय ऐसा बना, परिस्थिति ऐसी बनी कि हम लोग के साहब ने जिस पार्टी को सींचकर जमीन से आसमान तक पहुंचाया उनके जाने के बाद स्वतः उन लोगों ने समेटना शुरू कर दिया. हम लोगों को इग्नोर करना शुरू कर दिया. उनका बेटा ओसामा या वो, दोनों में से कोई भी चुनाव लड़ेंगे मगर वो किसी के सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ेंगे.


इनपुट- अमित सिंह


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