पटना : बिहार में बाढ़ का कहर लगातार जारी है. आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, अभी तक कुल 123 लोगों की मौत हो चुकी है. बाढ़ से राज्य की लगभग 82 लाख की आबादी प्रभावित है. उत्तर बिहार की कई नदियां अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. मधुबनी, सीतामढी और दरभंगा में वायु सेना ने राहत और बचाव कार्य के लिए मोर्चा संभाल लिया है. 


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बिहार में भारी बारिश के बाद बाढ़ का कहर जारी है. आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और कटिहार सबसे ज्यादा प्रभावित जिले हैं.


बाढ़ प्रभावित इलाकों में वायु सेना की टीम फूड पैकेट पहुंचा रही है. (तस्वीर- ANI)

बिहार के बाढ़ प्रभावित जिलों में बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 27 टीम काम कर रही हैं. बिहार आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, बाढ़ में मृतकों की संख्या 123 है. कुल 12 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. 106 प्रखंडों के 1241 पंचायतों के लोग बाढ़ से पीड़ित है. इनकी आबादी लगभग 82 लाख के करीब है.


राहत के लिए 856 सामुदायिक रसोई घर चल रहे हैं. एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की 27 टीमें काम कर रही हैं. 796 कर्मी राहत बचाव में लगे हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में 133 मोटरबोट चलाए जा रहे हैं.


बिहार की कुल सात नदियां आज भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. बिहार में बहने वाली गंडक, बागमती, अधवारा समूह, कमला बलान, कोसी, महानंदा और परमान नदी कई जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इसके कारण कई इलाके आज भी पानी में डूबे हुए हैं.


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