पटना: Bihar Sita Temple: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सीतामढ़ी जिले में माता सीता से जुड़े एक मंदिर के आसपास विकास के लिए 50 एकड़ जमीन का अधिग्रहण करने के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार के फैसले की मंगलवार को सराहना की. 


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वरिष्ठ भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) नेता ने एक बयान जारी कर कहा कि, ‘बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की वापसी के मात्र 45 दिन बाद मां सीता की जन्मभूमि सीतामढ़ी के पुनौरा धाम को विकसित करने के लिए 50 एकड़ भूमि के अधिग्रहण का फैसला सांस्कृतिक पुनर्जागरण और पर्यटन क्षेत्र में रोजगार के अवसर सृजित करने की दृष्टि से बड़ा निर्णय है.’ 


राम विरोधियों के सत्ता से हटते ही पूनौरा धाम के विकास की योजना को मंजूरी 
सुशील ने नीतीश कुमार द्वारा महागठबंधन से नाता तोड़कर प्रदेश में राजद की नई सरकार बना लिए जाने की ओर इशारा करते हुए कहा कि राम विरोधियों के सत्ता से हटते ही पुनौरा धाम के विकास के लिए 72 करोड़ 47 लाख रुपये खर्च करने की योजना को मंजूरी मिल गई. उन्होंने कहा कि अब वहां अयोध्या की तरह भव्य सीता मंदिर बनेगा, सौंदर्यीकरण और यात्री सुविधाओं को स्तरीय बनाया जाएगा तथा इस धार्मिक स्थल को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ा जाएगा. जिससे उत्तर बिहार की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. 


राजद के सत्ता में कभी नहीं हो पाता विकास
सुशील मोदी ने आगे कहा कि, ‘मंदिरों को गुलामी का प्रतीक बताने और अयोध्या में राम मंदिर का विरोध करने वाले राजद के सत्ता में रहते सीतामढ़ी का विकास बिल्कुल नहीं हो पाता.’ सुशील मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस, राजद और पूरे ‘इंडी’ (इंडिया) गठबंधन ने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का बहिष्कार किया था. उपमुख्यमंत्री रहते हुए तेजस्वी यादव ने यह कह कर राम भक्तों की आस्था पर चोट की थी कि बीमार पड़ने पर कोई मंदिर नहीं जाता. 


इनपुट- भाषा के साथ 


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