पटना : राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष नागमणि कुशवाहा ने रालोसपा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पर सीट बेचने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने कहा शहीद जगदेव की प्रतिमा के लोकार्पण के लिए उपेंद्र कुशवाहा को दो बार कहा, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया. नागमणि ने कुशवाहा शहीद जगदेव का अपमान करने का आरोप लगाया है.


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उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आठ फरवरी को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रतिमा का अनावरण किया. इस कार्यक्रम के बाद मुझे पार्टी से निकाल दिया गया. साथ ही उनहोंने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा को लेकर कुशवाहा समाज में गुस्सा है.


वहीं आरएलएसपी के पूर्व महासचिव प्रदीप मिश्रा ने भी उपेंद्र कुशवाहा पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि संसद के स्टेट बैंक ब्रांच के खाते में कुशवाहा ने 45-45 लाख कर कुल 90 लाख रुपए जमा करवाए. उन्होंने उस अकाउंट का नंबर भी साझा किया है. उन्होंने कहा कि मोतिहारी सीट से टिकट देने का आश्वासन दिया था.


प्रदीप मिश्रा ने कहा, 'मैं 5 साल से उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा को चला रहा था. उनके लिए पटना के होटल में सुइट बनवाया. हमारे साथ उपेंद्र कुशवाहा ने परिवार के साथ देश और विदेश का दौरा किया. टू जी घोटाले का आरोपी ने उपेंद्र कुशवाहा को 10 करोड़ दिए. शरद यादव के साथ मिलकर माधव आनंद को सीट दी.'


उन्होंने कहा कि दो महीने से सो नहीं पाया हूं, उपेंद्र कुशवाहा के व्यवहार से बड़ा धक्का लगा है. पांच साल में कुशवाहा की पार्टी पर 15 करोड़ रुपए खर्च किए.


ज्ञात हो कि रालोसपा के 11 नेताओं ने पार्टी छोड़ने का एलान किया. नागमणि की अगुवाई में सभी जेडीयू में शामिल होंगे. पांच राष्ट्रीय महासचिव समेत प्रदेश के कई नेताओं ने कुशवाहा का साथ छोड़ दिया है. नेताओं ने उपेंद्र कुशवाहा पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए हैं.