LNMS College Veerpur: CIA की परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों का हंगामा, पेपर हुआ रद्द, जानें वजह
LNMS College Veerpur: सुपौल के एलएनएमएस कॉलेज वीरपुर में परीक्षार्थियों ने हंगामा किया. बीए पार्ट वन की (सीआईए) परीक्षा देने आए छात्र-छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन किया. हंगामे के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया.
LNMS College Veerpur: ललित नारायण मिश्र स्मारक महाविद्यालय वीरपुर में परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों ने आज जमकर हंगामा किया है. बताया जा रहा है कि ये सभी परीक्षार्थी बीए पार्ट वन की (CIA) सतत आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा देने के लिए आए थे. मिली जानकारी के अनुसार, इसमें करीब 12 सौ छात्र छात्राएं शामिल हुए. आरोप लगाया गया कि इसके बाबजूद कॉलेज प्रशासन की तरफ से परीक्षार्थियों के लिए अच्छी व्यवस्था नहीं किया गया. यहां तक कि तमाम परीक्षार्थियों के बीच मात्र 200 पेपर ही बांटे किए गए.
बताया जा रहा है कि इतना ही नहीं कॉलेज में परीक्षार्थियों के बैठने के लिए परीक्षा रूम में समुचित व्यवस्था भी नहीं की गई. ना ही बिजली की व्यवस्था ना ही बेंच डेस्क की व्यवस्था की गई थी. परीक्षा रूम में छात्र-छात्राओं को भेड़-बकरी की तरह से बैठा दिया गया, जिससे परेशान होकर सभी परीक्षार्थियों ने कॉलेज प्रशासन के विरोध में कॉलेज के इंट्री गेट पर हंगामा किया और कॉलेज प्रशासन के विरोध में प्रदर्शन भी किया.
वहीं, हंगामा को देख कॉलेज प्रशासन की ओर से वीरपुर थाने को सूचना दी गई. सूचना पाते ही वीरपुर थाने की पुलिस महिला जवानों के साथ कॉलेज के हंगामा स्थल पर पहुंची और आक्रोशित छात्रों को समझने बुझाने में जुट गए. इस बीच कॉलेज के प्रधान सहायक वीरेंद्र ठाकुर भी वहां पहुंचे और आक्रोशित छात्रों को समझा बुझा कर मामला शांत कराया. साथ ही छात्रों के समक्ष ही नोटिस बोर्ड पर अगले आदेश तक उक्त परीक्षा रद्द किए जाने का नोटिस चिपका दिया गया.
प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने आरोप लगाया कि कॉलेज की तरफ से 28 मार्च से 30 मार्च तक परीक्षा लिए जाने की सूचना दी गई थी. लेकिन परीक्षा देने जब छात्र आए तो कॉलेज में समुचित व्यवस्था नहीं की गई थी. इतना ही नहीं 12 सौ परीक्षार्थियों में केवल 200 ही प्रश्नपत्र ही परीक्षार्थियों के बीच बांट दिया गया. जिससे परीक्षार्थी अक्रोशित हो गए.
इस संबंध में प्रभारी प्रधानाचार्य पंकज शर्मा ने बताया कि बीए पार्ट वन की सीआईए आंतरिक परीक्षा आज ली जा रही थी लेकिन क्षमता से अधिक परीक्षार्थी के आने के कारण की गई व्यवस्था अचानक गड़बड़ा गई. जिस कारण छात्र छात्राएं उग्र हो गए, किसी तरह छात्रो को समझा बुझाकर शांत कराया गया है और अगले आदेश तक परीक्षा रद्द कर दिया गया है.
रिपोर्ट: सुभाष चंद्रा