सुपौल में प्रशासन का जब चला बुलडोजर तो कई घर हो गए बेघर
Bihar News : पीड़ितों का कहना है कि वे लोग वर्षों से सड़क किनारे घर बनाकर रह रहे हैं. अतिक्रमण खाली करने के नाम पर प्रशासन द्वारा जबरन घर को हटाया जा रहा है. लेकिन उन्हें घर का मुआवजा नहीं दिया जा रहा है. जिसके चलते वे लोग बेघर हो गए हैं.
सुपौल: सदर प्रखंड के परसरमा में नए सड़क 527 ए के निर्माण को लेकर प्रशासन की इन दिनों कार्रवाई शुरू हो गई है. इस कड़ी में परसरमा के पास पुरानी सड़क के किनारे सरकारी जमीन में वर्षों से घर बना कर रह रहे लोगों के कच्चे और पक्के घर को भी हटाया जा रहा है. जब प्रशासन का बुलडोजर चला तो कई परिवार बेघर हो गए हैं.
प्रशासन की कार्रवाई से नाराज है लोग
जानकारी के लिए बता दें कि जिला प्रशासन की कार्रवाई के बाद इलाके में पीड़ितों के बीच नाराजगी के साथ आक्रोश भी है. पीड़ितों का कहना है कि वे लोग वर्षों से सड़क किनारे घर बनाकर रह रहे हैं. अतिक्रमण खाली करने के नाम पर प्रशासन द्वारा जबरन घर को हटाया जा रहा है. लेकिन उन्हें घर का मुआवजा नहीं दिया जा रहा है. जिसके चलते वे लोग बेघर हो गए हैं. फिलहाल अतिक्रमण खाली कराए जाने से दर्जनों लोग सड़क पर आ गए हैं. कई गरीब परिवार ऐसे हैं जिसे अन्यत्र कहीं भी बसने के लिए जमीन नहीं है. जिसके चलते लोग नाराज होने के साथ अक्रोषित भी हैं.
भारत माला प्रोजेक्ट के तहत जमीन का अधिग्रहण
दरअसल, भारत माला प्रोजेक्ट के तहत मधुबनी जिले के उच्चैठ भगवती स्थान से सुपौल जिले के बकौर परसरमा तक अधिग्रहण किया गया है. साथ ही इस दौरान सरकारी जमीन में पूर्व से किए गए अतिक्रमण को भी हटाया जा रहा है. जिससे लोगों में नाराजगी है. इधर इस मामले को लेकर कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज कर रहा है.
प्रशासन का कहना है कि सड़क किनारे जो लोग रह रहे हैं वो सरकारी जमीन है. प्रशासन सिर्फ सरकारी जमीन से अतिक्रमण को हटाने का काम कर रहा है. साथ ही कहा कि इस कार्रवाई से पहले लोगो को बताया गया था कि जब जमीन को खुद से खाली कर दें. प्रशासन के कहने के बाद भी जमीन खाली नहीं की गई.
इनपुट- सुभाष झा
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