पटना: उत्तर प्रदेश में सपा बसपा गठबंधन को समर्थन देने का ऐलान करने वाले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर चुटकी लेते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने लालू-मुलायम की पुरानी 'दुश्मनी' याद दिलाई. भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा कि अखिलेश को याद ही होगा कि उनके पिता मुलायम सिंह को को प्रधानमंत्री बनने से किसने रोका था. मोदी का निशाना लालू प्रसाद यादव पर था. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सुशील ने कहा, 'उत्तरप्रदेश की बुआजी ने वजूद बचाने के लिए भले ही सपा के हमले और गेस्टहाउस कांड को जहर का घूंट पीकर भुला दिया हो और भतीजा उनका जन्मदिन मनाकर आल इज वेल का संदेश दे रहे हों, लेकिन सपा-बसपा यह नहीं भूले हैं कि 2015 में बिहार में महागठबंधन बनाते समय कैसे लालू प्रसाद ने मुलायम सिंह यादव का अपमान किया था.’ उन्होंने कहा कि अखिलेश को यह भी याद ही होगा कि उनके पिता को प्रधानमंत्री बनने से किसने रोका था. 


सुशील ने दावा किया, "एनडीए के खिलाफ गठबंधन बनने से पहले ही बिखर गया. कर्नाटक सरकार की हालात किसी से छिपी नहीं है. 2019 के आम चुनाव में जनता प्रांतीय दलों के स्वार्थी गठबंधन के किसी मजबूर व्यक्ति को नहीं, बल्कि बड़े और त्वरित फैसले करने वाले मजबूत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही फिर से देश की सेवा का अवसर देगी." 


कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सुमो ने कहा, "यूपी में सपा-बसपा ने कांग्रेस को अकेला छोड़ दिया. पश्चिम बंगाल में दीदी और केरल में कामरेड राहुल गांधी को घास नहीं डाल रहे हैं. तेलंगाना के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-तेलगू देशम गठबंधन को जनता सिरे  से नकार चुकी है. बिहार में जनाधारहीन कांग्रेस को कोई पूछ नहीं." 


एलजेपी नेता चिराग पासवान ने तेजस्वी की मायावती और अखिलेश से मुलाकात के बारे में कहा कि उन्हें आश्चर्य होता है कि बिहार में विपक्ष किस महागठबंधन की बात कर रहा है क्योंकि सचाई यह है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को गठबंधन से बाहर कर दिया गया है. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने सवाल किया कि क्या तेजस्वी को सपा-बसपा गठबंधन में कांग्रेस को शामिल नहीं किए जाने के पार्टी के "अपमान" से कोई सरोकार नहीं है.