दलित, ब्राह्मण, जाट, OBC... हरियाणा में BJP ने जोड़ी गजब की सोशल इंजीनियरिंग, कांग्रेस का मुद्दा साफ!
Advertisement
trendingNow12477459

दलित, ब्राह्मण, जाट, OBC... हरियाणा में BJP ने जोड़ी गजब की सोशल इंजीनियरिंग, कांग्रेस का मुद्दा साफ!

Cabinet Ministers List 2024: बीजेपी के रणनीतिकारों ने न सिर्फ हरियाणा बल्कि मानो पूरे भारत के जातीय गणित का खयाल रखा है. कांग्रेस आरक्षण-आरक्षण करती रह गई. वहीं बीजेपी ने OBC कार्ड के साथ दलित, ब्राह्मण, जाट का ऐसा मेल किया कि पूरे हरियाणा का सियासी गेम चेंज कर दिया.

दलित, ब्राह्मण, जाट, OBC... हरियाणा में BJP ने जोड़ी गजब की सोशल इंजीनियरिंग, कांग्रेस का मुद्दा साफ!

Haryana Cabinet Ministers List 2024: हरियाणा में बीजेपी (BJP) ने अपनी सैनी सरकार की नाव को निर्विघ्न चलाने के लिए गजब की सोशल इंजीनियरिंग की है. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की कैबिनेट पर नजर डालें तो पार्टी आलाकमान ने कांग्रेस का वो 'मुद्दा' ही साफ कर दिया, जिसके दम पर उसने 4 महीने पहले बीजेपी से लोकसभा की 10 में से 5 सीटें झटक ली थीं. बीजेपी ने ऐसा पत्ता चला है कि कांग्रेस को कुछ नया सोचने की जरूरत पड़ सकती है.

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की कैबिनेट (CM Nayab Singh Saini Cabinet) में शामिल मंत्रियों की जोर शोर से चर्चा हो रही है. मसलन किस वर्ग से कितने मंत्री बनाए गए हैं? ऐसे में सेवा से संतुष्टि की बात करने वाले बीजेपी के रणनीतिकारों ने न सिर्फ हरियाणा बल्कि पूरे भारत के जातीय गणित का पूरा खयाल रखा है. कांग्रेस आरक्षण-आरक्षण करती रह गई और बीजेपी ने ओबीसी कार्ड के साथ दलित, जाट और ब्राह्मण का ऐसा मेल किया कि भाजपा समर्थक गदगद होकर उसका गुणगान कर रहे हैं. 

हरियाणा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की जीत के बाद सरकार गठन भी हो गया है. राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने मुख्यमंत्री के अलावा 13 मंत्रियों को भी शपथ दिलवाई. हरियाणा की नई सरकार की नई कैबिनेट में शामिल मंत्रियों में अनुभवी नेताओं के साथ-साथ युवा जोश को भी जगह दी गई है. गौरतलब है कि 90 सदस्यों वाली विधानसभा में मुख्यमंत्री सहित कुल चौदह मंत्री बन सकते हैं.

सैनी कैबिनेट का जातीय 'गुणा-गणित'

हरियाणा विधानसभा चुनाव में पार्टी के ओबीसी चेहरे सैनी के साथ-साथ बीजेपी ने दलित, जाट, ब्राह्मण, अहीर, पंजाबी, गुर्जर, बनिया और राजपूत समुदायों से मंत्रियों को शामिल किया है. सैनी कैबिनेट में दलित, ब्राह्मण और जाट समुदाय से 2-2 MLA, OBC से 4, एक राजपूत, एक पंजाबी और एक बनिया विधायक को शामिल किया गया है. हालांकि विभागों का बंटवारा होना अभी बाकी है. मंत्रालय का आवंटन होने के बाद सभी मंत्री हरियाणा के विकास के रोडमैप को फॉलो करेंगे.

ये भी पढ़ें- जयपुर में शरद पूर्णिमा पर RSS के खीर वितरण कार्यक्रम में चले चाकू, 8-10 स्वयंसेवक जख्मी

ओबीसी का शेयर सबसे ज्यादा

5 OBC, 2 जाट, 2 दलित. यानी ओबीसी समुदाय की अहमियत (वोट बैंक) को ध्यान में रखते हुए इस वर्ग को 'शेर' जैसा बड़ा हिस्सा लगा है. पांच ओबीसी मंत्रियों में इस समुदाय को महत्वपूर्ण सीटें मिली हैं. सैनी के अलावा, अन्य ओबीसी मंत्रियों की बात करें तो बादशाहपुर से MLA राव नरबीर सिंह, बरवाला MLA रणबीर सिंह गंगवा, तिगांव MLA राजेश नागर और आरती हैं. गंगवा कुम्हार समुदाय से हैं. आरती और नरबीर अहीर समुदाय से आते हैं. वहीं नागर गुर्जर हैं. आरती और नरबीर को शामिल करने को दक्षिण हरियाणा को अधिक प्रतिनिधित्व देने के भाजपा के प्रयास के रूप में भी देखा जा रहा है, एक ऐसा क्षेत्र जिसने 2014 के बाद से पार्टी की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

ये भी पढ़ें- नायब सिंह सैनी: सुर्खियों से दूर रहने वाले नेता ने कैसे तय किया हरियाणा में शीर्ष पद पर काबिज होने तक का सफर

इसके अलावा बीजेपी ने सात बार के विजेता और हैवीवेट सीनियर नेता अनिल विज और पूर्व सीएम बंसी लाल की पोती श्रुति चौधरी (तोशाम विधायक) के रूप में महत्वपूर्ण राजनीतिक खिलाड़ियों, परिवारों और क्षेत्रों को कैबिनेट में जगह दी है.

जाटलैंड के नाम से मशहूर हरियाणा में जाट जो कुल आबादी का एक चौथाई हिस्सा बनाते हैं. उनका शेयर और काफी हद तक पीछे है. पंजाबी समुदाय का प्रतिनिधित्व भी घटा है. सैनी की कैबिनेट में कांग्रेस के दो पूर्व प्रतिनिधि भी हैं. पहली बार हरियाणा की कैबिनेट में दो महिलाओं को जगह दी गई है. 

कांग्रेस का मुद्दा साफ!

दूध का जला छांछ भी फूंक-फूंक कर पीता है. लोकसभा चुनाव में नुकसान उठा चुकी बीजेपी के लिए ये चुनाव नाक का सवाल था. बीजेपी ने कांग्रेस को काउंटर करने के लिए शुरू से ही आक्रामक रणनीति अपनाई. उसने दलित समुदाय पर फोकस किया. उस समुदाय का प्रतिनिधित्व नरवाना से MLA कृष्ण बेदी और इसराना विधायक कृष्ण लाल पंवार कर रहे हैं, जो विधानसभा में आठ दलित विधायकों में से आते हैं.

दलितों को भाजपा में दिए जाने वाले महत्व पर जोर देने के लिए, भाजपा ने सैनी सरकार के शपथ ग्रहण के दिन के रूप में वाल्मिकी जयंती का दिन चुना. खुद सीएम पद की शपथ लेने से पहले सैनी ने पंचकुला में वाल्मिकी मंदिर का दौरा किया. वहीं पंजाबी समुदाय जो साल 2014 में मनोहर लाल खट्टर के सीएम बनने के बाद से भाजपा के लिए एक प्रमुख वोट बैंक रहा है उसको भी ध्यान में रखा गया. सात बार के विधायक अनिल विज को भी समायोजित किया गया है, उन्हें इस बार भी प्रमुख विभाग मिलने की संभावना है. मंत्रिमंडल में गोहाना विधायक अरविंद शर्मा और पलवल विधायक गौरव गौतम में दो ब्राह्मण हैं. वहीं पंजाबी (विज), बनिया (फरीदाबाद विधायक विपुल गोयल), और राजपूत (रादौर विधायक श्याम सिंह राणा) समुदाय से एक-एक सदस्य को सैनी कैबिनेट में जगह मिली है.

 

 

Trending news