जमशेदपुरः झारखंड स्थित जमशेदपुर न्यायालय में संदिग्ध आंतकी अब्दुल शामी को पेश किया गया. न्यायालय में गुरुवार को सीजेएम कोर्ट में आतंकी की पेशी हुई. इसके लिए न्यायलाय में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. वहीं, हर स्थानों पर पुलिस की चौकसी लगाई गई थी.


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आतंकी अब्दुल को जमशेदपुर कोर्ट में पेश करने के लिए देर रात दिल्ली के तिहाड़ जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच जमशेदपुर लाया गया. धातकीडीह इलाके का रहने वाले शामी की गिरफ्तारी हरियाणा के मेवात से अलकायदा से जुड़े होने के संदेह में हुई थी.


वहीं, शामी को 12 अक्टूबर को भी न्यायालय में पेशी के लिए जमशेदपुर लाया गया था. लेकिन ट्रेन लेट होने की वजह से उसकी पेशी नही हो पाई थी. उसके बाद उसे दिल्ली भेज दिया गया था. शमी के खिलाफ आंतकी संगठन से जुड़े रहने, विस्फोटक अधिनिय़म और आर्म्स एक्ट की धारा के तहत बिष्टुपुर थाने में मामला दर्ज कराया गया था. 


ओडिशा से अलकायदा के संदेह में गिरफ्तार अब्दुल रहमान कटकी की निशानदेही पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने अब्दुल शामी को हरियाणा के मेवात से 18 जनवरी 2016 को गिरफ्तार किया था. स्पेशल टीम ने जब उससे पूछताछ की तो पता चला कि वह जमशेदपुर के घातकीडीह रहने वाला है.


स्पेशल टीम की रिर्पोट पर जिला पुलिस ने छापामारी कर धातकीडीह से अब्दुल मसूद और पुरुलिया रोड से मोहम्मद समीम को गिरफ्तार किया था. इन पर भी अलकायदा के लिए काम करने का आरोप है. इन लोगों के पास से अलकायदा के संबधित संदिग्ध दस्तावेज और अखबार की कटिंग बरामद किए गए थे.


उसी आधार बिष्टुपुर के तत्कालिन थाना प्रभारी जितेन्द्र कुमार के बयान पर अब्दुल सम्मी, अब्दुल मसुद मोहम्मद समीम और अब्दुल रहमान कटकी पर मामला दर्ज किया गय़ा था. फिलहाल अब्दुल मसुद और मोहम्मद शमीम धाघीडीह सेंट्रल जेल में बंद है. अब्दुल कटकी और शामी पर अलकायदा के लिए देश में नेटवर्क तैयार करने का आरोप है.