नई दिल्ली: बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने दिल्ली में आज यानी सोमवार को जी मीडिया के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत की. इस दौरान उन्होंने अपने वृंदावन और मथुरा यात्रा की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वह वहां पर आश्रम में रुके. साथ ही यह भी कहा कि उनके पिता भी वहां जाया करते थे.


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इस दौरान उन्होंने मधेपुरा के डीएम के द्वारा छठ के मौके पर खिसी खास समुदाय के लोगों पर ध्यान रखने की बात वाले पत्र पर भी प्रतिक्रिया दी. तेजप्रताप यादव ने कहा कि मधेपुरा के जिलाधिकारी ने जो पत्र लिखा है उसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के लोगों की साजिश है. उन्होंने ऐसी भाषा का प्रयोग का जोरदार ढंग से खंडन किया है.


साथ ही तेजप्रताप ने कहा कि अब वह आम लोगों के लिए और अपने कार्यकर्ताओं के लिए पूरी मजबूती से और पूरे जोश से उपलब्ध रहेंगे. उनके मुताबिक, उनसे मिलने के लिए न तो किसी दरवाजे की जरूरत होती और न ही कोई ऐसा गेट होता है जिसपर खड़े रहने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता उनसे सीधे मिल सकते हैं.


ज्ञात हो कि तेजप्रताप यादव अपने बयान और अपने पहनावे को लेकर सदैव सुर्खियों में रहते हैं. कभी वह भगवान शिव तो कभी कृष्ण का रूप धारण कर लेते हैं. कई मौकों पर वह शंख और बांसुरी बजाते हुए भी देखे गए हैं.