पटना: बिहार में चुनाव को लेकर महागठबंधन में भले ही सीट बंटवारा न हो सका हो लेकिन आरजेडी ने 2019 के मिशन के लिए चुनावी एजेंडा जरूर तय कर लिया है. पार्टी 'बेरोजगारी हटाओ, आरक्षण बढ़ाओ' नारे के साथ चुनावी मैदान में जाएगी. इस बात की घोषणा तेजस्वी यादव ने की है. तेजस्वी 7 फरवरी से बेरोजगारी हटाओ आरक्षण बढ़ाओ यात्रा पर निकलने वाले हैं. 


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अपनी यात्रा के पहले चरण में वह 3 दिनों की यात्रा पर निकलेंगे. 7 फरवरी को दरभंगा, 8 फरवरी को सुपौल और 9 फरवरी को भागलपुर में तेजस्वी अपनी सभाएं करेंगे. इस दौरान वह रोड शो भी करेंगे जहां वह सीधे लोगो से जुड़ेंगे. अपनी यात्रा के दौरान तेजस्वी रोजगार को लेकर केंद्र सरकार की विफलताओं और रोजगार को लेकर अपने विजन को भी स्पष्ट करेंगे. साथ ही हाल के दिनों गरीब सवर्णों को दिए 10 प्रतिशत आरक्षण का सियासी गुणा-भाग भी समझाएंगे. 


गौरतलब है कि तेजस्वी ने अपनी इस यात्रा की घोषणा कर्पूरी ठाकुर की जयंती के मौके पर 24 जनवरी को पटना के मिलर स्कूल ग्राउंड में की थी. तेजस्वी ने पिछड़ा, अतिपिछड़ा, एससी, एसटी वर्ग के आरक्षण के दायरे को बढ़ाने की वकालत की. तेजस्वी ने कहा था कि वह गरीब स्वर्ण के आरक्षण के खिलाफ नहीं लेकिन जिस तरह से केंद्र सरकार ने सवर्णों को आरक्षण दिया है, वह गरीबो का नहीं बल्कि अमीरों को दिया गया आरक्षण है.


तेजस्वी ने ये भी कहा था केंद्र सरकार ने 66 हजार रुपया प्रति महीना कमाने वालों को आरक्षण दे दिया है. वो भी ऐसे समाज को जिनकी आबादी मात्र 15 फीसदी है. जब 15 फीसदी आबादी वाले को 10 फीसदी का आरक्षण दिया जा सकता है तो 85 फीसदी आबादी को उनका हक मिलना चाहिए. ऐसे में अब ये जरूरी हो गया है कि समाज के वंचित वर्गों को अब उनकी आबादी के हिसाब से आरक्षण दिया जाय और इसके लिए अब आरक्षण का दायरा बढ़ाया जाना चाहिए.