रामगढ़: झारखंड (Jharkhand)के रामगढ़ जिले के सरैया कुंदरू गांव में एक ऐसा भी शख्स है जिसे दुनिया में पाने जाने वाले 40 तरह की पक्षियों की आवाज निकालने में महारथ हासिल है. लोग प्यार से उन्हें बर्डमैन भी बोलते हैं.


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कुंदरू गांव के रहने वाले पन्नालाल महतो संसार में पाए जाने वाली 40 तरह के पक्षियों का आवाज निकालते हैं और उन पक्षियो की आवाज को समझते भी हैं. उनकी इस कला का कायल झारखंड के अलावा दूसरे प्रदेश के भी लोग हैं. कुछ दिन पहले विश्व वेटलैंड डे दिवस के मौके पर आगरा में आयोजित बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया गया था.


इस आयोजन में झारखंड के रामगढ़ जिला से पन्नालाल भी शामिल हुए थे. पन्नालाल ने जैसे ही पक्षियों की आवाज निकालना शुरू की वैसे ही पूरा सम्मेलन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. इनके द्वारा निकाली गई मोर, कोयल ,कौवा, मुर्गा, जंगली मुर्गा पक्षियों की आवाज सुनकर लोग मंत्रमुग्ध हो गए.


पन्नालाल ने बताया-- मैं झारखंड रामगढ़ का स्थाई निवासी हूं. मैं ज्यादातर समय पक्षियों पर शोध करने का काम किया पक्षी कैसे प्रजनन करता है. मैंने आवाज सीखा. उन्होंने कहा कि वो सुबह 6:00 बजे घर से निकलते हैं और रात लगभग 10:00 बजे वापस आते हैं.


इस दौरान वो जंगल में बेखौफ होकर घूमते हैं. उनका कहना है कि वो बेखौफ होकर इसलिए घूमते हैं क्योंकि पक्षियों पर उन्हें बहुत भरोसा है. उनका मानना है कि कोई खतरा है तो पक्षी संकेत देता है क्योंकि पक्षी से जानवर छिप नहीं सकता है.


उन्होंने कहा कि मैं पक्षी की आवाज को समझता हूं. मैं उसकी भाषा को समझ कर सेफ जगह चला जाता हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि वो झारखंड में स्कूलों में पक्षियों के बारे बताता है. वो दूसरे राज्यों में कार्यक्रम के लिए भी गए हैं और पक्षियों को करीब से देखने का काम करते हैं.