बोकारो : लोकसभा चुनाव की तारीख का एलान होते ही झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के दो विधायकों में गिरिडीह लोकसभा सीट को लेकर वर्चस्व की लड़ाई हो गई है. दोनों विधायकों ने टिकट को लेकर अपनी-अपनी दावेदारी पेश की है. जेएमएम के डुमरी विधायक जगन्नाथ महतो जहां जनता का हवाला देकर अपनी जीत सुनिश्चित बता रहे हैं वहीं, जेएमएम के ही मांडु विधायक जयप्रकाश भाई पटेल इसे अपने पिता टेकलाल महतो की पुस्तैनी सीट बताकर अपनी जीत का दावा कर रहे हैं.


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कहते हैं न कि राजनीति में न तो कोई दोस्त होता है और न कोई दूश्मन. कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है इन दिनों गिरीडीह लोकसभा सीट को लेकर, जहां चुनाव की घोषणा होते ही पार्टी के भीतर पार्टी के नेताओं के बीच ही टिकट पाने की होड़ मची हुई है.


मंच पर भले ही झारखंड मुक्ति मोर्चा के दोनों विधायक साथ-साथ बैठ रहे हों, लेकिन टिकट की दावेदारी दोनों ही ने ठोक दी है. जगन्नाथ महतो अपने आपको टिकट का प्रबल दावेदार बाताते हुए कह रहे हैं कि उनकी जीत तय है. उनके लिए अब दिल्ली दूर नहीं है. वहीं, मांडु विधायक जयप्रकाश भाई पटेल का अपना ही तर्क है.


उनका कहना है, 'यह सीट उनके पिता टेकलाल महतो की रही है. अगर कोई एनडीए को हरा सकता है तो वो केवल वही हरा सकते हैं, क्योकि उनके पिता टेकलाल महतो ने बीजेपी को 2004 में भारी मतों से उस समय हराया था जब बीजेपी को कोई नहीं हरा पा रहा था. एैसे में वे टिकट के प्रबल दावेदार हैं.'