Lok Sabha Election 2024: पशुपति कुमार पारस की पार्टी एलजेपीआर के संसदीय दल की बैठक खत्म हो गई है. बैठक में अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस, सूरजभान सिंह और सांसद चंदन सिंह मौजूद रहे. बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में पशुपति कुमार पारस ने कहा, हमें तरजीह नहीं दी गई तो हम कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र हैं. हमारी पार्टी का दरवाज़ा खुला है. हम भारतीय जनता पार्टी के विस्तृत लिस्ट का इंतजार करेंगे और उसके बाद ही कोई फैसला लेंगे. पशुपति कुमार पारस ने कहा, भाजपा की ओर से जो भी फैसला लिया गया है, उसमें हमारी पार्टी के साथ न्याय नहीं किया गया है. हम भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से आग्रह करते हैं कि वह पुनर्विचार करे. हमारी पार्टी दलितों की पार्टी है. इसके अलावा पशुपति कुमार पारस ने भाजपा को एक तरह से चुनौती देते हुए कहा, मैं हाजीपुर से ही चुनाव लड़ूँगा. इस तरह पशुपति कुमार पारस ने एक तरह से भाजपा के गवर्नर बनने की पेशकश को खारिज कर दिया है.


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वहीं, इसको लेकर बिहार में सियासत तेज है. अलग-अलग राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया आई है. आरजेडी मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि पशुपति पारस को पहले ही सोचना चाहिए था, बीजेपी उन तमाम घटक दलों को एलिमिनेट करना चाहती है. जो घटक दल हिस्सेदारी मांगते हैं. पार्टी को तोड़कर लोकसभा में समर्थन किए थे. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने पार्टी को तोड़वाया था और आज बीजेपी दूध में मक्खी की तरह पशुपति पारस को निकाल रही है. स्वतंत्र होंगे तो बीजेपी के सभी सीटों पर  पशुपति पारस को चुनाव लड़ जाना चाहिए.


बीजेपी प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि किसी के साथ कोई अन्याय नहीं हो रहा है, हर दल मांग रखना हक है. सही निर्णय जल्द देखने को मिलेगा और सभी संतुष्ट और मुस्कुराते नजर आयेंगे. लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के प्रवक्ता विनीत सिंह ने कहा कि महत्वाकांक्षा और स्वार्थ का एक बदसूरत चेहरा है वो किसी को नहीं छोड़ता है, एक मंत्री जो पार्टी और परिवार को तोड़ने के दोषी है जिनके पास 500 वोट नही है. कल तक दम भरने वाले की हम नेचुरल आलाइंस है वो सारे वादे धरे रह जाते है.


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