Rakshabandhan Special: भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक सीवान का ये मंदिर, मुगल काल से जुड़ा इतिहास
Rakshabandhan Special Story: बिहार के सीवान जिले के दारौंदा प्रखंड के भीखाबांध गांव में स्थित भैया-बहिनी मंदिर भाई-बहन के रिश्ते का प्रतीक है. यह मंदिर किसी मूर्ति की नहीं, बल्कि मिट्टी के पिंड और बरगद के पेड़ों की पूजा का स्थल है. रक्षाबंधन पर यहां हजारों भाई-बहन आते हैं और अपने रिश्ते की सलामती के लिए प्रार्थना करते हैं. इस मंदिर की मान्यता है कि यहां पूजा करने से भाई-बहन के रिश्ते में स्नेह और विश्वास बना रहता है. मंदिर की पौराणिक कथा के अनुसार, मुगल काल में एक भाई अपनी बहन को ससुराल से मायके ले जाते समय मुगलों की सेना से बचाने के लिए धरती में समा गया, और उसी स्थान पर बरगद का पेड़ उग आया. यह पेड़ आज भी भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है और 12 बीघा में फैला हुआ है.