हमें भारतीय सेना पर पूरा भरोसा, चीन को उसी के भाषा में दिया जाएगा माकूल जवाब- तेजस्वी
तेजस्वी ने कहा कि इन सारी चीजों को भारत सरकार को देखना चाहिए. हम लोग नहीं चाहते हैं कि युद्ध की स्थिति आए. उनसे हर देश को नुकसान है. शांति से बैठ कर समस्या का समाधान किया जाए लेकिन बार-बार चीन आंख दिखा रहा है.
पटना: भारत चीन सीमा पर हुए विवाद और सैनिकों के वीरगति प्राप्त कर जाने पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस घटना को दुखद बताया है. उन्होंने कहा कि जो भी जवान वीरगति को प्राप्त हुए हैं, वे उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं. उन्होंने कहा कि हमें सेना पर गर्व है. भारतीय सेना जवाब देने में सक्षम है और जल्दी देगी भी.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भारतीय सेना ने पहले भी यह साबित करके दिखा दिया है, वह किसी से कम नहीं है. भारतीय सेना दुश्मनों का मुंहतोड़ जवाब देगी. भारतीय सेना पर हम लोगों का पूरा भरोसा है. जो कदम भारतीय सेना उठाना चाहती है उस कदम पर हम लोगों का पूरा समर्थन रहेगा.
उन्होंने कहा कि भारत सरकार से चाहेंगे कि सीमा सुरक्षा को लेकर भारतीय सेना का मनोबल और बढ़ाएं ताकि भारतीय सेना मजबूती से चीन को जवाब दे पाए. सीमा का मामला है और पूरे देश को एकजुट होना पड़ेगा. चाहे पक्ष हो या विपक्ष हो. इसमें कोई समझौता नहीं, कोई मुद्दा नहीं, कोई राजनीति नहीं करना चाहिए.
जो भी पड़ोसी राज्यों से हमारा संबंध है कहीं ना कहीं से अभी अच्छे से नहीं चल रहा है. देश की अंदरूनी स्थिति भी कुछ खास अच्छी नहीं है.
कोविड-19 के बाद आर्थिक स्थिति से लेकर बेरोजगारी से लेकर देश अलग लड़ाई लड़ रहा है. इस मौके पर यह घटना हुई है उसको देखते हुए हम लोगों को गंभीर होना पड़ेगा. खासतौर पर भारत सरकार को सोचना पड़ेगा कि आखिर क्या कारण है कि हमारे पड़ोसी मुल्कों से हमारे संबंध अच्छे क्यों नहीं हो पा रहे हैं.
तेजस्वी ने कहा कि इन सारी चीजों को भारत सरकार को देखना चाहिए. हम लोग नहीं चाहते हैं कि युद्ध की स्थिति आए. उनसे हर देश को नुकसान है. शांति से बैठ कर समस्या का समाधान किया जाए लेकिन बार-बार चीन आंख दिखा रहा है.
भारत को चाहे लेह लद्दाख का बॉर्डर हो या अरुणाचल प्रदेश का, सबका निपटारा करना होगा. नेपाल का भी जो बर्ताव है बिहार से, नेपाल का रिश्ता बेटी-रोटी का है. हमारे नेपाल से हमेशा अच्छे संबंध रहे हैं लेकिन फिलहाल के दिनों में इस संबंध में खटास आ गई है. आगे जो भविष्य है उसमें नहीं लग रहा है कि संबंध ठीक रहेंगे.
इसके लिए भारत सरकार को निर्णय लेना पड़ेगा कि कहां कमी रह गई है. उसको दूर करना चाहिए. जाहिर है कि दर्द इस बात का है कि 20 जवान शहीद हो गए हैं. उसमें बिहार के भी हैं. बहुत ही दुखद समाचार है. देश बेरोजगारी, आर्थिक स्थिति और गरीबी से लड़ रहा है. कोविड-19 से लड़ रहा है. पहले से ही हालात ठीक नहीं है और सरकार को अब गंभीर होना पड़ेगा.