जिन लोगों का इस नक्षत्र में होता है जन्म, उन पर केतु की रहती है विशेष कृपा

K Raj Mishra
Sep 18, 2023

केतु एक पापी ग्रह है, इसका मतलब ये नहीं है कि यह सदैव अशुभ फल प्रदान करता है.

कुंडली के दूसरे और आठवें भाव में केतु शुभ फल प्रदान करने वाला माना गया है.

इसके अलावा केतु अगर शुभ ग्रहों के साथ यदि बैठ जाए तो वह व्यक्ति को अपार सफलताएं दिलाता है.

केतु शुभ हो तो व्यक्ति को भिखारी से राजा बना सकता है. अशुभ होने पर एक पल में राजा को भी रंक बनाकर छोड़ता है.

केतु और राहु के मध्य जब सभी ग्रह आ जाते हैं तो कालसर्प दोष का निर्माण होता है.

काल सर्प दोष के कारण मनुष्य को लगभग 42 सालों तक संघर्ष करना पड़ता है.

केतु के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए.

बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा करने से केतु के खराब फलों में कमी आती है.

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