Bihar: बिहार में पुल टूटने का सिलसिला जारी हो गया है. आए दिन बिहार में पुल टूट रहे है और लोग हादसे का शिकार हो रहे है. वहीं आज सीवान में एक ही दिन में तीन पुल टूट गए. दूसरी ओर बेतिया में बावड़ नदी पर बना पुल कभी भी ध्वस्त हो सकता हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सीवान में एक ही दिन में गिरे तीन पुल
सीवान के महाराजगंज में एक ही दिन में अचानक तीन पुल टूट गए. जिससे कई गांवों के बीच का संपर्क टूट गए है. गंडक नदी पर बने 2 पुल और धमही नदी पर बना एक पुल टूट गया है. पुल के नीचे से विभाग द्वारा ज्यादा मिट्टी के कटाव करने से हादसा हुआ है. गनीमत रही की पुल टूटने के दौरान कोई उसके चपेट में नहीं आया है. 


देवरिया पंचायत के पडाइन टोला और सिकंदरपुर नौतन के बीच गंडक नदी का पुल टूटा है. वहीं तेघड़ा पंचायत और तेवथा पंचायत के बीच धमही नदी का पुल टूटा है. बता दें कि 22 जून को इसी गंडक नदी पर अहले सुबह पटेढ़ा बाजार और रामगढ़ा पंचायत के बीच गंडक नदी पर बना पुल ताश की पत्तों की तरह ढह गया था. 22 जून को गंडक नदी पर पुल गिर जाने के बाद देवरिया पंचायत के प्राइम टोला के पुल का मरम्मत का कार्य हुआ और 10 दिन बाद यह पल टूट कर गिर गया.


दर्जनों गांव का लाइफलाइन पुल जर्जर
बेतिया के बावड़ नदी पर बना पुल कभी भी ध्वस्त हो सकता हैं. यह पुल नरकटियागंज के मुरली गांव में हैं जो दर्जनों गांवों का लाइफलाइन पुल हैं. पुल के पाए में दरार आ गई है. रेलिंग टूट गए हैं. पुल काफी जर्जर हो गया हैं. कभी भी पुल गिर सकता हैं और बड़ा हादसा हो सकता हैं. बरसात में ग्रामीणों को आशंका हैं कि यह पुल बाढ़ में अबकी बार गिर जायेगा. इसके लिए ग्रामीणों ने अधिकारियों से लेकर नेताओं तक गुहार लगा चुके हैं. लेकिन अभी तक पुल की मरम्मत नहीं हुई है. पाए में दरार हैं, रेलिंग टूट गई है. ग्रामीणों को भय सताने लगा है की इस बार पुल बचने की उम्मीद बहुत कम हैं.
इनपुट- अमित कुमार सिंह, धनंजय द्विवेदी के साथ


यह भी पढ़ें- Kishanganj News: शेरशाहवादी महिलाओं की खास पहचान बन चुकी है खेता कढ़ाई, कला को आगे बढ़ाकर हो रही आत्मनिर्भर