Bihar Flood: बिहार के पड़ोसी देश नेपाल में भारी बारिश की वजह से प्रदेश में बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है. बाढ़ की वजह से लोगों को अपना घर छोड़कर किसी और स्थान पर जाने को मजबूर होना पड़ रहा है. वहीं, इस एसडीआरएफ की टीम बाढ़ पीड़ितों के लिए देवदूत बनकर आई. एसडीआरएफ ने 400 लोगों का सफल रेस्क्यू किया. बेतिया से बाढ़ आपदा के बीच एसडीआरएफ का रेस्क्यू और जिला प्रशासन कार्यवाही देखने को मिली. दरअसल, नेपाल में भारी बारिश के वजह से वाल्मीकिनगर गंड़क बराज से साढ़े पांच लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हुआ. जो निचले इलाके में कहर बरपा रही है. 


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योगापट्टी प्रखंड के चौमुखा पंचायत जरलपुर खुटवनिया पंचायत गंड़क नदी के पानी से डूब गया है. पंचायत में ना जाने के लिए कोई रास्ता है और ना पंचायत से लोगों को बाहर आने का रास्ता है. सड़क डूब गया है. खेत-खलिहान जल समाधि ले चुके हैं. हजारों ग्रामीण पंचायत में फंस गए थे. डीएम दिनेश कुमार राय ने तुरंत कार्यवाही करते हुए सोमवार देर रात में चार एसडीआरएफ की बोट पंचायत में उतार दिया. रात से अभी तक एसडीआरएफ की टीम ने 400 लोगों का सफल रेसक्यू किया है, जिसमें महिलाएं बच्चे और बुजुर्ग महिलाएं शामिल थीं. आधा दर्जन गर्भवती महिलाओं का रेस्क्यू कर एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया. इस पंचायत में एसडीआरएफ की टीम देवदूत बनकर उतरी है.


एसडीआरएफ की टीम बुजुर्ग महिलाए, पुरुष, बच्चे जो जहां फंसे हैं. उनको वहां से रेस्क्यू कर उनको सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रही है. रेस्क्यू हुई दो महिलाओं ने बताया कि हमलोग खेत में फंसे थे तभी बोट से आवाज आई, आगे नहीं बढ़े हमलोग आ रहे है. बोट आई उसपर से जवान उतरकर हमलोग को बैठा ले गए. एक युवक ने बताया कि एसडीआरएफ की टीम देवदूत बनकर आई है. एसडीआरएफ के जवान ने बताया कि सोमवार की देर रात से रेस्क्यू कर रहे है, अभी तक चार सौ लोगों का रेस्क्यू किया गया है. 


ध्यान रहें कि एसडीआरएफ की टीम किसी आपदा में देवदूत से कम नहीं होती है. कई चुनौतियों का सामना कर लोगों को बचाते हैं. रेस्क्यू करना आसान काम नहीं होता है. एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू के दौरान कई मुसीबतों का भी सामना करती है. कभी कभी बोट फंस जाता है तो टीम के सदस्य रस्सी के सहारे बोट को बाहर खिंच कर लाते हैं. बोट के मोटर के पंखा में घास फंस जाते है. उसकी भी दरिया में रोक सफाई करते है. कई चुनौतियों का सामना कर एसडीआरएफ की टीम बाढ़ में फंसे लोगों का सफल रेस्क्यू करती है.


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चौमुखा पंचायत का बढ़हरवा भटवलिया मदारपुर ननकार आदि दर्जनों गांव जलमग्न है. एसडीआरएफ की टीम सभी गांवों में पहुंच लोगों को आवाज दे रही है. रात के रेस्क्यू में बच्चों महिलाओं सहित ग्रामीणों का मवेशियों का भी सफल रेस्क्यू टीम ने किया.  वहीं, गंड़क नदी दो पंचायत चौमुखा जरलपुर खुटवनिया के दर्जनों गांवो को प्रभावित किया है. ग्रामीणों का चूल्हा तक नहीं जल रहा है. जिला प्रशासन इन पंचायतों के हर एक गांव में सामुदायिक किचन चला रहा है. लोगों के लिए दाल चावल सब्जी पापड़ सलाद बनाये जा रहे है. जो बुजुर्ग पुरुष महिला किचन तक नहीं आ सकते हैं, उनके लिए उनके घर तक पैकेट से खाना पहुंचाया जा रहा है.


रिपोर्ट: धनंजय द्विवेदी


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