GST Fraud: बिहार के मोतिहारी में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. एक चाट बेचने वाले पर साढ़े सात करोड़ टैक्स चोरी का आरोप है. लेकिन जब सच सामने आया तो हर कोई हैरान है. दरअसल, चार दिनों से इनकम टैक्स की टीम रिपुराज राइस मिल पर छापेमारी कर रही है. 


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इसी बीच रक्सौल में एक अन्य मामले में साढ़े सात करोड़ जीएसटी चोरी के मामले में एक शख्स की गिरफ्तारी हुई और जब जांच हुई तो बड़ा खुलासा हुआ. डीआरआई टीम को छापेमारी में पता चला कि ये सारा खेल फर्जी जीएसटी का है. छापेमारी में डीआरआई मुजफ्फरपुर की टीम के साथ रक्सौल पुलिस भी शामिल थी.


कैसे लगाया टैक्स का चूना


आरोप है कि रक्सौल के संजीव कुमार गुप्ता ने चाट का ठेला लगाने वाले के नाम पर फर्जी जीएसटी नंबर लिया और भारत-बांग्लादेश के बीच मेट्रापोल सीमा से 7 करोड़ 50 लाख का आयात किया. रक्सौल का संजीव गुप्ता फर्जी तरीके से 2021 से फर्म संचालित कर रहा था. छापेमारी के दौरान टीम को संजीव गुप्ता के घर से भारी मात्रा में फर्जी पेपर मिले हैं, जिसमें आधार, पैन, कस्टम के पेपर और स्टाम्प भी शामिल हैं.


बैंकों की भूमिका पर भी शक


DRI टीम ने सभी पेपर को जब्त कर लिया है और आरोपी संजीव गुप्ता को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. रक्सौल इंस्पेक्टर राजीव नंदन सिन्हा के मुताबिक, मामला कोड़ीहारी महावीर नगर है. यहां एक चाट का ठेला लगाने के नाम पर नकली फर्म बनाई गई. फिर टीमें हरकत में आईं और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.


इस कांड में बैंकों की भूमिका पर भी संदेह है. जांच के मुताबिक, इस फ्रॉड में कंपनी बनाने के साथ-साथ आरोपी ने बैंक में अधिकारियों की मिलीभगत से गलत दस्तखत कर अकाउंट भी खोला है. अपनी कमाई करने के लिए संजीव गुप्ता ने इसी तरह 8-10 लोगों के साथ धांधली की है. फिलहाल डीआरआई का सर्च जारी है. उसकी निगाह कई लोगों पर है.