झंडे को लेकर महबूबा मुफ्ती के बयान पर मचा बवाल, बीजेपी ने उपराज्यपाल से की ये मांग
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने टेबल पर रखे जम्मू कश्मीर के झंडे की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जब यह झंडा वापस आ जाएगा तो हम वह झंडा (तिरंगा) भी उठा लेंगे.
नई दिल्ली: पीडीपी चीफ और जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने कहा कि जब तक उनके हाथ में जम्मू-कश्मीर का झंडा नहीं आ जाता, तब तक कोई दूसरा झंडा नहीं उठा सकती हैं. इसके बाद पूरे देश में बवाल मच गया है और उनकी गिरफ्तारी की मांग हो रही है.
बीजेपी-विहिप ने की कानूनी कार्रवाई की मांग
महबूबा मुफ्ती के बयान के बाद बीजेपी (BJP) ने पूरे देश में उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी ने महबूवा मुफ्ती को पाकिस्तान चले जाने की सलाह देते हुए कहा कि दुनिया की कोई ताकत अब जम्मू में अलग झंडा नहीं लगा सकती. वहीं, विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने महबूबा मुफ्ती के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि अब नए जम्मू-कश्मीर में उनके पुनर्वास की कोई जगह नहीं बची.
14 महीने की हिरासत के बाद रिहा हुईं हैं महबूबा
पिछले साल अगस्त में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद महबूबा मुफ्ती को हिरासत में लिया गया था, जिन्हें 14 महीने बाद 13 अक्टूबर को रिहा किया गया है. हिरासत से रिहा होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महबूबा मुफ्ती ने टेबल पर रखे जम्मू कश्मीर के झंडे की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जब यह झंडा वापस आ जाएगा तो हम वह झंडा (तिरंगा) भी उठा लेंगे. जब तक हमें हमारा झंडा वापस नहीं मिल जाता, हम दूसरा कोई झंडा नहीं उठाएंगे.
महबूबा मुफ्ती पर राजद्रोह का केस चलाने की मांग
जम्मू-कश्मीर के भाजपा अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा, "मैं लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा से अनुरोध करता हूं कि वह महबूबा मुफ्ती की देशद्रोही टिप्पणी का संज्ञान लें और उनके ऊपर राजद्रोह का केस चलाएं, उन्हें सलाखों के पीछे डाल दें." उन्होंने कहा, "हम अपने ध्वज, देश और मातृभूमि के लिए अपने खून की हर बूंद का बलिदान करेंगे. जम्मू-कश्मीर हमारे देश का एक अभिन्न अंग है, इसलिए वहां केवल एक ही झंडा फहराया जा सकता है और वह है राष्ट्रीय ध्वज."
कांग्रेस ने की महबूबा मुफ्ती के बयानों की निंदा
जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने तिरंगे पर महबूबा मुफ्ती के बयान की निंदा करते हुए कहा कि यह अस्वीकार्य है और इससे लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं. जेकेपीसीसी के मुख्य प्रवक्ता रविंदर शर्मा ने कहा, "इस तरह के बयान किसी भी समाज में असहनीय और अस्वीकार्य हैं." उन्होंने कहा कि तिरंगा देश के लिए सम्मान का प्रतीक है और स्वतंत्रता प्राप्त करने और देश की गरिमा, सम्मान और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए करोड़ों भारतीयों के बलिदानों की याद दिलाता है.
Video-