Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव के लिए जनवरी के अंत तक जारी हो जाएगी BJP की पहली सूची! पीएम मोदी का इस सीट से लड़ना तय
Lok Sabha Elections 2024: लगातार तीसरी बार लोकसभा चुनाव जीतने की रणनीति के साथ आगे बढ़ रही बीजेपी ने एक बार फिर 2019 वाली स्ट्रेटजी को अपनाने का फैसला किया है. इसके तहत बीजेपी इस महीने के अंत तक प्रत्याशियों की सूची जारी करने जा रही है.
BJP Lok Sabha Elections 2024 Strategy: देश में लगातार जीत की हैटट्रिक लगाने की कोशिश में जुटी बीजेपी तेजी से अपने मिशन लोक सभा को अंजाम देने में जुई है. बीजेपी ने चुनाव के लिए प्रत्याशियों की सूची बनानी भी शुरू कर दी है. इस तरह की पहली सूची जल्द ही जारी की जा सकती है. बीजेपी की इस पहली सूची में पीएम नरेंद्र मोदी का नाम शामिल रहेगा. सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी एक बार फिर वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे. ऐसा करने से वे एक साथ यूपी और बिहार को साध सकेंगे. इन दोनों राज्यों में लोकसभा की कुल 120 सीटें आती हैं, लोकसभा की कुल 545 सीटों का करीब एक-चौथाई से ज्यादा बनती हैं.
इस महीने के अंत तक आ सकती है लिस्ट
पार्टी सूत्रों के मुताबिक अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 22 जनवरी से 31 जनवरी के बीच बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हो सकती है. इस बैठक में पार्टी की ओर से लोकसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी हो सकती है. माना जा रहा है कि अगर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा चुनाव मैदान में उतरते हैं तो उनका नाम भी पहली लिस्ट में शामिल हो सकता है.
मोदी वर्सेज अदर्स करने की है तैयारी
बीजेपी नेताओं के मुताबिक वर्ष 2019 में अमित शाह पार्टी के अध्यक्ष थे. उस दौरान भी पार्टी ने अपनी पहली सूची में पीएम मोदी और अमित शाह की सीटों के नाम का ऐलान किया था. इस बार भी यही ट्रेंड जारी रहने की संभावना है. ऐसा करने से बीजेपी को पूरे चुनाव को मोदी वर्सेज अदर्स करने में मदद मिलेगी. इसके साथ ही बीजेपी पूरे चुनाव को मोदी केंद्रित करके अपनी चुनावी रणनीति को अमलीजामा पहनाना शुरू कर देगी.
पहले से ज्यादा सीटों पर लड़ेगी बीजेपी!
पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस बार बीजेपी वर्ष 2019 की तुलना में ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने जार ही है. पिछली बार पंजाब में उसका अकाली दल और तमिलनाडु में एआईएडीएमके से गठबंधन था, जिसके चलते उसे दोनों राज्यों में काफी कम सीटें मिली थी. लेकिन इस बार दोनों राज्यों में उसका पुराने सहयोगियों से गठबंधन टूट चुका है. ऐसे में बीजेपी दोनों राज्यों में ज्यादा से ज्यादा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने पर ध्यान केंद्रित कर रही है. माना जा रहा है कि इन दोनों राज्यों में उसकी सीटें पहले से ज्यादा बढ़ने की संभावनाएं हैं.