Manipur Crisis: मणिपुर एक साल से अधिक जातीय संघर्ष के कारण हिंसाग्रस्‍त है. कांग्रेस लगातार पीएम नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाती रही है कि वह एक बार भी उस अशांत राज्‍य में हिंसा के बाद से नहीं गए. जब मणिपुर में सवा साल पहले अशांति फैली थी उसके तकरीबन एक माह बाद बीजेपी ने वहां नेतृत्‍व परिवर्तन के तहत सीएम को हटाने की कवायद शुरू की थी लेकिन मैतेई समुदाय से आने वाले सीएम एन बीरेन सिंह के पक्ष में हवा को देखते हुए आलाकमान को रुकना पड़ा. लेकिन अब कहा जा रहा है कि वहां की सरकार का नेतृत्‍व बदला जा सकता है. यानी मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की मुख्‍यमंत्री पद से विदाई हो सकती है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दैनिक भास्‍कर अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक एन बीरेन सिंह के खिलाफ बीजेपी के मैतेई विधायक दो खेमों में बंट गए हैं. इनमें से 19 बीजेपी विधायकों ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर स्‍पष्‍ट कहा है कि बीरेन सिंह को हटाए बिना मणिपुर में शांति नहीं आ सकती. ये लोग हरियाणा चुनाव से पहले ही ऐसा पत्र लिखने वाले थे लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक चुनावी नतीजों तक उनको ऐसा करने से रोका गया था. इसके साथ वर्ल्‍ड मैतेई काउंसिल ने भी पीएम मोदी को पत्र लिखकर सक्षम और जवाबदेह सरकार बनाने का आग्रह किया है. पत्र में मौजूदा सीएम को अक्षम करार दिया गया है. 


BJP President: क्‍या इस बार दक्षिण भारत से होगा बीजेपी का नया राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष?


19 विधायकों की चिट्ठी
इस बीच 15 अक्‍टूबर को गृह मंत्रालय ने मैतेई, कुकी और नगा विधायकों को बातचीत के लिए बुलाया था. रिपोर्ट के मुताबिक वो बैठक एक घंटा पचास मिनट चली. उसमें अकेले कुकी विधायकों को एक घंटा दिया गया. कहा जाता है कि कुकी विधायकों ने भी शांति बहाली की पहली शर्त बीरेन सिंह की विदाई रखी. इसके बाद जब मैतेई विधायकों की मुलाकात हुई तो लीडरशिप बदलने के सवाल पर उनमें से किसी ने मना नहीं किया. वहीं से माना जा रहा है कि बीजेपी का आलाकमान अब इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करते हुए नेतृत्‍व परिवर्तन की दिशा में आगे बढ़ने वाला है.


भास्‍कर की रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्‍ट्र चुनाव प्रचार शुरू करने से पहले बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्‍व इस पर आखिरी फैसला ले सकता है. बीरेन सिंह और मणिपुर भाजपा प्रदेश अध्‍यक्ष को दिल्‍ली में बुलाया जा चुका है. 


इस नेता को लेकर बीजेपी और अजित पवार में ठन गई? दाऊद इब्राहिम का है एंगल!


कौन बनेगा अगला सीएम?
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि एन बीरेन सिंह के हटने के बाद 4 नामों को लेकर चर्चा चल रही है. सीएम बनने की रेस में सबसे आगे विधानसभा स्‍पीकर थोकचोम सत्‍यब्रत सिंह का नाम चल रहा है. वह बीरेन‍ सिंह के बेहद करीबी रहे हैं लेकिन हिंसा से निपटने में सीएम बीरेन सिंह के प्रयासों से नाराज हैं. जिन 19 विधायकों ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है उनमें पहले नंबर पर इनका ही साइन है. इसके बाद मंत्री थोंगम बिस्‍वजीत सिंह, मंत्री युमनाम खेमचंद सिंह और गोविंद दास सिंह के नाम भी सीएम बनने की रेस में हैं.