नई दिल्लीः यूपी के मेरठ जिले की सरधना सीट से बीजेपी के विधायक संगीत सोम सिंह ने ताजमहल को लेकर विवादित बयान दिया है. संगीत सोम ने कहा है कि ताजमहल भारतीय संस्कृति पर धब्बा है. आपको बता दें कि दुनिया के सात अजूबों में शुमार ताज महल को पहले ही राज्य सरकार ऐतिहासिक धरोहरों की लिस्ट से बाहर कर चुकी है. रविवार को एक कार्यक्रम में पहुंचे बीजेपी विधायक ने कहा '' पिछले दिनों ताज महल को ऐतिहासिक धरोहरों में शुमार नहीं किए जाने पर बहुत से लोगों को बुरा लगा था, आखिर ऐसा क्यों हुआ?  कहा कि ताज महल बनाने वाले ने उत्तर प्रदेश और हिंदुस्तान से सभी हिंदुओं का सर्वनाश करने का काम किया था. ऐसों का नाम अगर इतिहास में होगा तो वह बदला जाएगा.''



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उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में ऐसी एक निशानी, जिसे नहीं कहना चाहिए. बहुत लोगों को बड़ा दर्द हुआ कि आगरा का ताज महल ऐतिहासिक स्थलों में से निकाल दिया गया. कैसा इतिहास, कहां का इतिहास, कौन सा इतिहास? क्या वह इतिहास कि ताज महल बनाने वाले ने अपने बाप को कैद किया था? क्या वह इतिहास कि ताज महल बनाने वाले ने उत्तर प्रदेश और हिंदुस्तान से सभी हिंदुओं का सर्वनाश करने का काम किया था? ऐसे लोगों का नाम अगर आज भी इतिहास में होगा, तो यह दुर्भाग्य की बात है और मैं गारंटी के साथ कह सकता हूं कि इतिहास बदला जाएगा.”


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संगीत सोम से पहले राज्य के संस्कृति मंत्री लक्ष्‍मी नारायण चौधरी ने ताजमहल को यूपी पर्यटन बुकलेट में शामिल नहीं करने की वजह बताते हुए कहा था कि मौजूदा राज्‍य सरकार 'राष्‍ट्रवादी' है और 'धर्म नीति' से चलती है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एक कार्यक्रम में बोलते हुए चौधरी ने कहा कि ताजमहल कोई धार्मिक प्रतीक नहीं है. गोरखपुर पीठ को शामिल करने की वकालत करते हुए चौधरी ने कहा कि ये लोगों की आस्‍था का प्रतीक है जबकि यूनेस्‍को द्वारा घोषित विरासत स्‍थल ताजमहल किसी धर्म को प्रतिबिंबित नहीं करता.