खंडवा के BJP सांसद Nand Kumar Chauhan का दिल्ली में निधन, 11 जनवरी को कोविड-19 से हुए थे संक्रमित
खंडवा से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद नंदकुमार सिंह चौहान (Nand Kumar Singh Chauhan) का मेदांता हॉस्पिटल (Medanta Hospital) में सोमवार देर रात निधन हो गया.
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के खंडवा से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद नंदकुमार सिंह चौहान (Nand Kumar Singh Chauhan) का निधन हो गया है. उन्होंने मेदांता हॉस्पिटल (Medanta Hospital) में सोमवार देर रात अंतिम सांस ली. नंदकुमार चौहान लंबे समय से बीमार चल रहे थे और गंभीर हालत में उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. इस दौरान वह कोरोना वायरस से भी संक्रमित हो गए थे.
1 महीने से दिल्ली में चल रहा था नंदकुमार चौहान का इलाज
नंदकुमार सिंह चौहान पिछले लगभग 1 महीने से दिल्ली के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे. 11 जनवरी को कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित होने के बाद उन्हें भोपाल के अस्पताल भर्ती कराया गया था, लेकिन ज्यादा सीरियस होने की वजह से उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किया गया था.
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने नंदकुमार सिंह चौहान के निधन पर शोक जताया और ट्वीट कर कहा, 'खंडवा से लोक सभा सांसद नंदकुमार सिंह चौहान जी के निधन से दुखी हूं. मध्य प्रदेश में भाजपा को मजबूत करने के लिए संसदीय कार्यवाही, संगठनात्मक कौशल और प्रयासों में उनके योगदान के लिए याद किया जाएगा. उनके परिवार के प्रति संवेदना. ओम शांति.'
शिवराज सिंह चौहान ने जताया शोक
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने नंदकुमार सिंह चौहान (Nand Kumar Singh Chauhan) के निधन पर शोक जताया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'लोकप्रिय जननेता नंदू भैया, हम सबको छोड़कर चले गए. हमारे सब प्रयास विफल हुए. नंदू भैया के रूप में बीजेपी (BJP) ने एक आदर्श कार्यकर्ता, कुशल संगठक, समर्पित जननेता को खो दिया. मैं व्यथित हूं. नंदू भैया का जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है.'
नंदकुमार सिंह चौहान का राजनीतिक करियर
नंदकुमार सिंह चौहान का जन्म मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के शाहपुर में 8 सितंबर 1952 में हुआ था. भाजपा में शामिल होने के बाद नंदकुमार चौहन ने साल 1985 से 1996 तक लगातार दो बार बुरहानपुर विधान सभा सीट से जीत दर्ज की थी. इसके बाद बीजेपी ने उन्हें 1996 के लोक सभा चुनाव में खंडवा सीट से उम्मीदवार बनाया, जिसमें उन्होंने जीत दर्ज की. हालांकि अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा त्यागपत्र देकर सरकार निरस्त करने के बाद उनका कार्यकाल 1997 में ही खत्म हो गया. इसके बाद साल 1998 के उपचुनाव में नंदकुमार चौहान दूसरी बार खंडवा सीट से विजयी हुए, लेकिन यह कार्यकाल भी 1998-99 तक ही रहा.
साल 1999 में लोक सभा उपचुनाव में फिर से भाजपा ने खंडवा क्षेत्र से नंदकुमार चौहान को अपना उम्मीदवार बनाया. उन्होंने तीसरी बार जीत दर्ज की और 5 साल का कार्यकाल पूरा किया. इसके बाद 2004 के चुनाव में भी नंदकुमार चौहान ने जीत दर्ज की और लोकसभा पहुंचे, लेकिन 2009 के चुनाव में उन्हें खंडवा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अरुण यादव से हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद उन्होंने साल 2014 और 2019 में उन्होंने लगातार जीत दर्ज की. इस दौरान वह दो बार मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष भी रहे.