नई दिल्‍ली: वाराणसी एयरपोर्ट पर उस वक्‍त बड़ा हंगामा खड़ा हो गया जब मछली शहर से सांसद को बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह की अगुवानी के लिए टैरमैक एरिया में जाने से रोक दिया गया. टैरमैक एरिया एयरपोर्ट का वह इलाका होता है, जहां पर विमान से मुसाफिर उतारा जाता है. दरअसल, भाजपा अध्‍यक्ष 4 जुलाई को वाराणसी के दौरे पर पहुंचे थे.


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बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह की अगुवानी के लिए उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ, उत्‍तर प्रदेश सरकार के कई कैबिनेट मंत्री और तमाम विधायकों के साथ मछलीशहर से बीजेपी सांसद राम चरित्र निशाद भी एयरपोर्ट पहुंचे हुए थे. अमित शाह के विमान के लैंड होने की सूचना मिलते ही सभी महानुभाव एयरपोर्ट के टैरमैक एरिया की तरफ बढ़ चले.


पास न होने की वजह से सांसद को रोका
एयरपोर्ट टर्मिनल के आखिरी गेट पर तैनात सीआईएसएफ के सुरक्षा अधिकारी ने सभी उन महानुभावों को टैरमेक में जाने की इजाजत दे दी, जिसके पास उस इलाके में जाने की पूर्व इजाजत थी. इस दौरान, बीजेपी सांसद राम चरित्र निषाद के पास आवश्‍यक अनुमति पत्र न होने के चलते सीआईएसएफ के सुरक्षा अधिकारी ने उन्‍हें टैरमेक में जाने से रोक दिया.


बस यहीं से, एयरपोर्ट पर हंगामा शुरू हो गया. बीजेपी सांसद ने पहले सीआईएसएफ के सुरक्षा अधिकारी को जमकर खरी-खरी सुनाई. अपने सांसद को ताव में देखकर उसके साथ आए कुछ अन्‍य लोगों ने भी अपना गुबार निकालना शुरू कर दिया. स्थिति को बिगड़ती देख सीआईएसएफ के सुरक्षा अधिकारी ने इस बाबत अपने आला अधिकारियों को जानकारी भेज दी.


सांसद ने कहा, मेरे अधिकारों का हुआ हनन
इस घटना की जानकारी मिलते ही सीआईएसएफ के आला अधिकारियों मौके पर पहुंच गए. इस दौरान, सांसद का तर्क था कि इस एयरपोर्ट का चेयरमैन होने के नाते उनके पास एयरपोर्ट के सभी इलाकों में जाने का अधिकार है. वह पहले भी टैरमैक एरिया में जा चुके है. सीआईएसएफ के सुरक्षा अधिकारी ने न केवल उनके अधिकारों का हनन किया है, बल्कि उनके साथ बदसलूकी भी की है.


इस दौरान, सीआईएसएफ के आला अधिकारियों ने सांसद को समझाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन वह अपनी बात से अड़े रहे. वहीं इस बाबत सीआईएसएफ के वरिष्‍ठ अधिकारियों का कहना है कि सांसद होने के नाते वह एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग में जाने का अधिकार रखते हैं. लिहाजा, उन्‍हें टर्मिनल बिल्डिंग के लाउंज में जाने की इजाजत दी गई.


सीआईएसएफ ने कहा, हमने सिर्फ नियमों का पालन किया है
उन्‍होंने बताया कि बीजेपी सांसद करीब दो घंटे के अधिक समय तक मुख्‍यमंत्री योग आदित्‍यनाथ सहित अन्‍य गणमान्‍य व्‍यक्तियों के लाउंज में मौजूद रहे. बीजेपी सांसद सहित अन्‍य नेताओं के पास टैरमेक एरिया में जाने की आवाश्‍यक इजाजत नहीं थी. इसी वजह से उन्‍हें टैरमेक में जाने से रोका गया. सीआईएसएफ के सुरक्षा अधिकारी ने सिर्फ निर्धारित नियमों का पालन किया है.


वहीं इस बाबत, एयरपोर्ट के सुरक्षा नियमों को निर्धारित करने वाली संस्‍था ब्‍यूरो आफ सिविल एविएशन सिक्‍योरिटीज (BCAS) के वरिष्‍ठ अधिकारी का कहना है कि यात्रियों के अलावा, एयरपोर्ट परिसर में दाखिल होने के लिए सभी को एयरपोर्ट इंट्री पास (AEP) की आवश्‍यकता होती है. बीसीएएस द्वारा जारी किए जाने वाले AEP में इस बात का उल्‍लेख होता है कि कौन सा व्‍यक्ति किस इलाके में जाने के लिए अधिकृत है.


बीसीएएस ने साफ किए नियम
BCAS के वरिष्‍ठ अधिकारी के अनुसार, नियमों के तहत सांसद के आईकार्ड को AEP की मान्‍यता दी गई है. सांसद अपना आईकार्ड दिखाकर डिपार्चट टर्मिनल के चेक-इन एरिया और एराइवल टर्मिनल में बैगेज बेल्‍ट तक जा सकते हैं. इससे आगे जाने के लिए सांसद सहित भी वीवीआईपी को BCAS द्वारा जारी किए जाने वाला पास होना अनिवार्य है.


बीसीएएस के वरिष्‍ठ अधिकारी ने बताया कि अधिकृत पास के बिना कोई भी शख्‍स को टैरमैक एरिया में जाने की इजाजत नहीं है, भले ही वह शख्‍स एयरपोर्ट की एडवाइजरी कमेटी का चेयरमैन ही क्‍यों न हो. फिलहाल, बीजेपी सांसद ने अपनी नाराजगी से विमानन मंत्रालय को अवगत करा दिया है, वहीं सीआईएसएफ ने इस बाबत एक विस्‍तृत रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेज दी है.