लंदन: मोबाइल ऐप आधारित कैब सर्विस (Mobile App Cab Service) उबर (Uber) को बड़ा झटका लगा है. वह ब्रिटेन की सुप्रीम कोर्ट (British Supreme Court) में चल रहा मुकदमा हार गई है. कोर्ट ने कंपनी को आदेश दिया है कि वह साथ में अटैच ड्राइवरों (Driver) को कंपनी का कर्मचारी माने और उसी हिसाब से उन्हें सुविधाएं प्रदान करे. 


ड्राइवरों को मिले सभी सुविधाएं- ब्रिटिश कोर्ट


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ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट (British Supreme Court) ने कहा कि उबर कंपनी (Uber) अपने ड्राइवरों को 'सेल्फ इंप्लॉइड' यानी स्व-रोजगार की श्रेणी में नहीं रख सकती. कोर्ट ने आदेश दिया कि उबर कंपनी को अपने ड्राइवरों को न्यूनतम वेतन, बीमार रहने के दौरान वेतन भुगतान और छुट्टियों जैसी सुविधाएं देनी होंगी. 


5 साल से ब्रिटेन में चल रही थी कानूनी लड़ाई


बता दें कि उबर (Uber) और ड्राइवरों के एक समूह के बीच पिछले 5 साल से इस मुद्दे पर कानूनी लड़ाई चल रही थी. इससे पहले ब्रिटेन के रोजगार न्यायाधिकरण, रोजगार अपीलीय न्यायाधिकरण और अपीलीय अदालत ने भी इस मामले में उबर के ड्राइवरों के पक्ष को सही ठहराया था. 


 



उबर के कई ड्राइवरों ने दायर कर रखा था केस


न्यूज एजेंसी रायटर के मुताबिक उबर (Uber) से जुड़े कई ड्राइवरों ने कंपनी से मांग की थी कि उन्हें स्व-रोजगारकर्ता नहीं, बल्कि कर्मचारी माना जाए. उन्हें ब्रिटेन के कानून के तहत वे सभी बुनियादी सुविधाएं दी जाएं, जो कर्मचारियों को दी जानी चाहिए. ब्रिटिश सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि उबर के ड्राइवर जब तक मोबाइल ऐप पर सक्रिय रहते हैं, तब तक के लिए कंपनी को उन्हें कर्मचारी मानना पड़ेगा.


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दूसरे देशों में भी आ सकते हैं ऐसे ही फैसले


अब सुप्रीम कोर्ट (British Supreme Court) के इस फैसले से दुनियाभर में कंपनी को अपने ड्राइवरों के साथ समान व्यवहार करने का दबाव बढ़ेगा. ब्रिटिश कोर्ट के इस फैसले का असर दुनियाभर में पड़ने की संभावना जताई जा रही है. माना जा रहा है कि अब दूसरे देशों में भी इसी प्रकार के फैसले आ सकते हैं. वहीं डिसीजन के बाद उबर ड्राइवर खुश बताए जा रहे हैं. 


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