Delhi AIIMS: बर्न और प्लास्टिक सर्जरी ब्लॉक की शुरुआत, स्वास्थ्य मंत्री Dr Harsh Vardhan ने किया उद्घाटन
बर्न ब्लॉक को एम्स (Aiims) ट्रॉमा सेंटर में बना है. ऐसे में बर्न केस और प्लास्टिक सर्जरी कराने वालों को बड़ी राहत मिलेगी. ब्लॉक में करीब 100 बेड की व्यवस्था है. एम्स में अभी 2792 बेड तैयार हैं. पिछले साल यहां लाखों मरीजों ने ओपीडी में उपचार कराया था.
नई दिल्ली: दिल्ली स्थित एम्स (AIIMS) अस्पताल में सोमवार से बर्न और प्लास्टिक सर्जरी ब्लॉक (AIIMS BURN & PLASTIC SURGERY) की शुरुआत हो गई है. इस ब्लॉक का उद्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने किया. इस मौके पर एम्स डायरेक्टर प्रोफेसर रनदीप गुलेरिया (Randeep Guleria) और अस्पताल प्रशासन के अन्य अधिकारी और वरिष्ठ डाक्टर भी मौजूद रहे. आपको बतादें कि इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे (Ashwini Kumar Choubey) निजी कारणों से नहीं शामिल हो पाए.
एम्स के विकास का स्वर्णिम अध्याय
शुभारंभ के अवसर पर मंत्री हर्षवर्धन (Dr Harsh Vardhan) ने कहा कि यह एम्स परिवार के लिए खुशी का पल है क्योंकि इसके विकास में एक स्वर्णिम अध्याय जोड़ा गया है. जलने और प्लास्टिक सर्जरी के लिए एक ऐसे विभाग का एम्स से शुरू होना देश के लिए बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा, 'जलने और प्लास्टिक सर्जरी से संबंधित सभी सुविधाएं यहां एम्स में उपलब्ध थीं. लेकिन ऐला सर्जरी ब्लॉक बनने से अब इन अत्याधुनिक सुविधाओं का फायदा उस गरीब और वंचित वर्ग को भी मिलेगा जो ऐसी किसी विपदा में फस जाता है. आमतौर पर गरीब और कमजोर वर्ग के लोग ही किसी न किसी वजह से जलने से प्रभावित होते हैं. ऐसे में यह सुविधा सभी के लिए वरदान साबित होगी.'
करोड़ों लोगों की उम्मीद एम्स
बताते चलें कि बर्न ब्लॉक को एम्स (Aiims) परिसर के ट्रॉमा सेंटर में बनाया गया है, जिससे जले हुए मामलों से पीड़ित मरीजों और प्लास्टिक सर्जरी कराने वाले मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी. ब्लॉक में करीब 100 बेड की व्यवस्था होगी. दिल्ली एम्स में अभी 2792 बेड तैयार हैं. यहां पिछले एक साल में 44,14,490 मरीजों ने ओपीडी में उपचार कराया. वहीं 2,68,144 मरीजों को साल भर में भर्ती किया गया. इनके अलावा 2,01,707 मरीजों का ऑपरेशन भी किया गया.
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स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने ट्वीट करके भी इस महत्वपूर्ण शुरुआत की जानकारी साझा की.
Around 70L people in India suffer from burn injuries annually, leading to significant loss of workforce.
बर्न एंड सर्जरी ब्लॉक के HOD डॉक्टर प्रोफेसर मनीष सिंघल ने बताया कि यह बर्न एंड सर्जरी ब्लॉक जलने वाले मरीजों के लिए बनाया गया है. यहां पर अच्छी रिसर्च और ट्रेनिंग भी की जाएगी जिससे ये डॉक्टर भारत के साथ बाहर जाकर भी अच्छे सर्जन बन सके.
2017 में हुई थी शुरुआत
डॉक्टर विजयदीप सिद्दार्थ के मुताबिक साल 2017 में बर्न ब्लॉक का निर्माण शुरु हुआ. गंभीर रूप से जले हुए मरीजों की मौत इन्फेक्शन फैलने की वजह से होती है. इसलिए ऑपरेशन थियेटर (Operation Theatre) से लेकर आईसीयू (ICU) और ऑब्जर्वेशन (Observation) रूम तक का पूरा एरिया इंफेक्टेड फ्री बनाया है. इको फ्रेंडली तरीके से बने ब्लॉक में वायु प्रदूषण रोकने का भी इंतजाम किया गया है.
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