C-295 Aircraft: आज डबल हो गई भारतीय वायुसेना की ताकत, मिला पहला C-295; टेंशन में आया चीन
C-295 Aircraft Induction: आज भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) की ताकत में खासा इजाफा हो गया है. भारत को आज अपना सी-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट (C-295 Aircraft) मिल गया है. आइए इसकी ताकत के बारे में जानते हैं.
C-295 Aircraft Specifications: भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) की ताकत डबल हो गई है. आज पहला सी-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट औपचारिक तौर पर भारतीय वायुसेना में शामिल हो गया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस (Hindon Airbase) पर एक समारोह में सी-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट (C-295 Aircraft) एयरफोर्स को सौपा. इसके साथ ही राजनाथ सिंह ने आज भारत ड्रोन शक्ति 2023 का भी उद्घाटन किया. इस कार्यक्रम के तहत स्वदेशी ड्रोन 2 दिनों तक अपना करतब दिखाएंगे.
IAF में शामिल हुआ C-295 एयरक्राफ्ट
बता दें कि वायुसेना में C-295 एयरक्राफ्ट शामिल हुआ. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने वायुसेना को ये एयरक्राफ्ट सौंपे. 56 C-295 एयरक्राफ्ट इंडियन एयरफोर्स को मिले. हिंडन एयरबेस पर ड्रोन शक्ति 2023 का उद्घाटन हुआ, जिसके बाद स्वदेशी ड्रोन का करतब देखने को मिलेगा.
C-295 एयरक्राफ्ट की ताकत
जान लें कि C-295 एयरक्राफ्ट के शामिल होने से भारतीय वायुसेना की ताकत में खासा इजाफा हो गया है. C-295 एयरक्राफ्ट की रफ्तार 482 किमी प्रति घंटा है. C-295 एयरक्राफ्ट 13 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ने में सक्षम है. भारत को 21 हजार 935 करोड़ रुपये में 56 C-295 एयरक्राफ्ट मिले हैं.
C-295 की क्या है खासियत?
जान लें कि C-295 एयरक्राफ्ट 7,050 किलोग्राम का पेलोड उठा सकता है. C-295 एयरक्राफ्ट 71 सैनिक, 44 पैराट्रूपर्स और 24 स्ट्रेचर ले जा सकता है. इतना ही नहीं C-295 एयरक्राफ्ट लगातार 11 घंटे तक उड़ान भर सकता है. सभी C-295 एयरक्राफ्ट स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूइट से लैस हैं.
चीन को क्यों है टेंशन?
C-295 एयरक्राफ्ट शॉर्ट टेकऑफ और लैंडिंग कर सकते हैं. लैंडिंग के लिए 670 मीटर की लंबाई काफी है. यह लद्दाख, कश्मीर, असम और सिक्किम में मददगार होगा. इसी वजह से चीन पाकिस्तान की टेंशन बढ़ गई है. चीन से उत्तर और पूर्वी सीमा पर तनाव अभी खत्म नहीं हुए है. ऐसे में अगर जरूरत पड़ी तो भारत के C-295 एयरक्राफ्ट ड्रैगन की नाक में दम करेंगे.