नई दिल्‍ली: पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने पाकिस्‍तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को जवाब दिया है. दरअसल इमरान खान ने पुलवामा हमले में कार्रवाई योग्य सबूत की मांग की है. उन्‍हीं को कैप्‍टन अमरिंदर ने सख्‍त जवाब देते हुए कहा कि अगर हमारा एक भी जवान शहीद होता है, तो हमें उनके (पाकिस्तान) दो को मार देना चाहिए. यह एकमात्र भाषा है जो पाकिस्तान को समझ आती है. उन्होंने कहा कि हमने पहले ही कहा है कि सरकार जो भी कदम उठाएगी, हम उसका समर्थन करेंगे.


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कैप्टन अमरिंदर ने इमरान खान को जवाब देते हुए कहा कि उन्हें और क्या सबूत चाहिए. जैश-ए-मोहम्‍मद का प्रमुख मसूद अजहर पाकिस्तान में बैठा है. जैश-ए-मोहम्‍मद के जिन आतंकियों को सेना ने मार गिराया है, क्‍या उनकी लाशें पाकिस्‍तान को दिखाएं. क्या वे तब मानेंगे. उन्होंने कहा कि इमरान का बयान काफी अजीब है. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया सच्चाई जानती है. इससे पहले इमरान खान ने कहा था कि यदि भारत पुलवामा आतंकवादी हमले में ‘‘कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी’’ साझा करता है तो साजिशकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.


पुलवामा आतंकी हमले पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान को लेकर कांग्रेस ने मंगलवार को उन पर निशाना साधते हुए कहा कि इमरान आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की भाषा बोल रहे हैं. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, 'खेदपूर्ण व शर्मनाक- पाक प्रधानमंत्री इमरान खान आज भी जैश ए मोहम्मद की भाषा बोल रहे हैं.'


उन्होंने कहा, "भूलिए मत की इंदिरा गांधी व सेना ने 1971 में पाक के दो टुकड़े कर बांग्लादेश को आज़ादी दिलायी थी तथा पाक के 91000 सैनिकों ने ढाका में भारतीय सेना को आत्मसमर्पण किया था.' दरअसल, इमरान खान ने पुलवामा आतंकवादी हमले में ‘‘कार्रवाई योग्य जानकारी’’ साझा करने पर साजिशकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करने का मंगलवार को भारत को आश्वासन दिया. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनके देश के खिलाफ कोई भी कार्रवाई किए जाने पर उसका जवाब दिया जाएगा. गौरतलब है कि पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा 14 फरवरी को किए गए आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए.


इमरान खान की गीदड़ भभकी
इमरान खान ने इसके साथ ही चेतावनी दी कि उनके देश के खिलाफ कोई भी कार्रवाई किए जाने पर उसका जवाब दिया जाएगा. खान ने कश्मीर में गुरुवार को हुए आतंकवादी हमले में पाकिस्तान का हाथ होने के भारत के आरोपों पर राष्ट्र के नाम पैगाम में एक वीडियो संदेश के जरिए प्रतिक्रिया दी. गौरतलब है कि 14 फरवरी को पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. खान ने कहा कि पाकिस्तान ‘‘क्षेत्र में स्थिरता’’ चाहता है.


उन्होंने कहा कि वह यह बात समझते हैं कि भारत में इस साल चुनाव होने हैं और पाकिस्तान को दोषी ठहराकर लोगों के वोट हासिल करना आसान हो जाएगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि बेहतर समझ विकसित होगी और भारत वार्ता करने के लिए तैयार होगा. खान ने कहा कि जब भी कश्मीर में कोई घटना होती है, तो भारत पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराता है और पाकिस्तान को बार बार ‘‘बलि का बकरा’’ बनाता है. उन्होंने कहा, ‘‘अफगानिस्तान मामले की तरह कश्मीर मामला भी वार्ता के जरिए सुलझाया जाएगा.’’


इमरान ने कहा, ‘‘यदि आपके पास किसी पाकिस्तानी की संलिप्तता के बारे में ऐसी कोई खुफिया जानकारी है जिसके आधार पर कार्रवाई की जा सकती है, तो वह जानकारी हमें दीजिए. मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि हम कार्रवाई करेंगे. हम ऐसा इसलिए नहीं करेंगे क्योंकि हम दबाव में हैं, बल्कि हम इसलिए ऐसा करेंगे क्योंकि वे पाकिस्तान के दुश्मनों की तरह काम कर रहे हैं.’’


 



उन्होंने कहा, ‘‘मैं भारतीय मीडिया के माध्यम से सुन और देख रहा हूं कि नेता पाकिस्तान से बदला लेने की अपील कर रहे हैं. यदि भारत सोचता है कि वह पाकिस्तान पर हमला करेगा, तो हम केवल सोचेंगे नहीं बल्कि जवाब देंगे.’’ खान ने कहा, ‘‘जंग शुरू करना हमारे हाथ में है, यह आसान है लेकिन इसे समाप्त करना हमारे हाथ में नहीं है और कोई नहीं जानता कि क्या होगा.’’


उन्होंने कहा, ‘‘यहां से किसी व्यक्ति का बाहर जाकर आतंकवाद फैलाना हमारे हित में नहीं है और न ही यह हमारे हित में है कि कोई यहां आकर आतंकवादी गतिविधियां करे.’’ खान ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद पर भारत के साथ वार्ता के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि यह नया पाकिस्तान है और एक नई मानसिकता है.’’


खान ने कहा, ‘‘आतंकवाद एक बड़ा मसला है जिसका यह क्षेत्र सामना कर रहा है और हम इसका खात्मा करना चाहते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि कोई (कहीं आतंकवादी हमले करने के लिए) पाकिस्तानी सरजमीं का इस्तेमाल कर रहा है, तो वह हमारा दुश्मन है. यह हमारे हितों के खिलाफ है.’’ उन्होंने कहा कि उन्होंने भारत के आरोपों पर प्रतिक्रिया इसलिए नहीं दी थी क्योंकि वह देश में सऊदी अरब के युवराज (क्राउन प्रिंस) मोहम्मद बिन सलमान की यात्रा में व्यस्त थे.


प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारत ने बिना किसी सबूत के और यह सोचे बिना पाकिस्तान पर आरोप लगाए हैं कि इससे (हमले से) हमें कैसे लाभ होगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम पिछले 15 साल से आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं. इस प्रकार की घटनाओं से पाकिस्तान को कैसे लाभ होगा?’’ खान ने कश्मीर मामले पर कहा, ‘‘कश्मीरी अब मौत से नहीं डरते. इसके पीछे कोई तो कारण होगा. क्या भारत में इस पर चर्चा नहीं होनी चाहिए? दुनिया में कौन सा कानून हर किसी को जज और जूरी बनने की इजाजत देता है?’’


उन्होंने सवाल किया कि क्या भारत ‘‘सेना के जरिए मामला सुलझाना चाहता है? इससे कभी सफलता नहीं मिली है.’’


(इनपुट: एजेंसी भाषा के साथ)