कांग्रेस के पूर्व 3 दिग्गज नेताओं को BJP में मिली बड़ी जिम्मेदारी, एक रह चुका है CM
शेरगिल ने तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था और आरोप लगाया था कि पार्टी के सर्वोच्च पदों पर बैठे नेता जमीनी हकीकत को अनदेखा कर रहे हैं. उनका आरोप था कि पार्टी के नेता यूथ की डिमांड के आधार पर फैसले नहीं लेते.
2024 के लोकसभा चुनावों में अभी एक से डेढ़ साल का समय बचा है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. इस कड़ी में बीजेपी ने पूर्व में कांग्रेस का बड़ा चेहरा रह चुके नेताओं को अहम जिम्मेदारियां दी हैं. बीजेपी लगातार कांग्रेस से आने वाले नेताओं को अपने पाले में शामिल कर झटके पर झटके दे रही है. बीजेपी ने छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड में अपनी जमीन को और मजबूत करने के लिए सियासी जगह के कई बड़े चेहरों को पार्टी में अहम पद और जिम्मेदारी सौंपी है.
पार्टी की तरफ से पक्ष रखने के साथ-साथ हर मोर्चे पर कांग्रेस की ढाल बनने वाले जयवीर शेरगिल को बीजेपी ने बड़ी जिम्मेदारी देते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया है. शेरगिल अपनी साफगोई और तर्कशुदा बातचीत के लिए जाने जाते हैं. शेरगिल वो नेता हैं जिन्होंने तीन महीने पहले कांग्रेस से अलविदा कह दिया था.
शेरगिल ने लगाया था पार्टी पर अनदेखी का आरोप
उस समय उन्होंने पार्टी की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था और आरोप लगाया था कि पार्टी के सर्वोच्च पदों पर बैठे नेता जमीनी हकीकत को अनदेखा कर रहे हैं. उनका आरोप था कि पार्टी के नेता यूथ की डिमांड के आधार पर फैसले नहीं लेते.
उनके अलावा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर दिखा चुके पूर्व कांग्रेसी नेता सुनील जाखड़ भी अब भारतीय जनता पार्टी में अहम भूमिका में नजर आएंगे. इन्हें पार्टी ने राष्ट्रीय कार्यसमिति का सदस्य बनाया है.
कैप्टन और जाखड़ से पंजाब में बीजेपी को आस
कैप्टन ने पंजाब विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस से नाता तोड़ लिया था और पंजाब लोक कांग्रेस के नाम से एक पार्टी की स्थापना की थी. लेकिन विधानसभा चुनावों में उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था. वो खुद अपनी पारंपरिक विधानसभा सीट हार गए. चुनावी हार झेलने के कुछ महीनों बाद कैप्टन ने अपनी पार्टी का बीजेपी में विलय कर लिया था. बीजेपी कैप्टन के बहाने सिखों में अपनी पकड़ मजबूत बनाने की कोशिश करेगी.
वहीं, पंजाब के एक और कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री बलराव जाखड़ के बेटे सुनील जाखड़ भी अब बीजेपी को जमीनी तौर पर मजबूत करते दिखेंगे. सिद्धू से तनातनी के कारण उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी और मई के महीने में बीजेपी का दामन थामा था. अब ये देखने वाली बात है कि जाखड़ के बीजेपी में आने से बीजेपी को पंजाब में कितना फायदा होगा.
स्वतंत्र देव सिंह को मिली अहम जिम्मेदारी
इनके अलावा पार्टी की उत्तर प्रदेश यूनिट के पूर्व अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को भी राष्ट्रीय कार्यसमिति का सदस्य नियुक्त किया गया है. पार्टी ने एक बयान जारी कर इस बारे में जानकारी दी है. भारतीय जनता पार्टी के उत्तराखंड यूनिट के प्रदेशाध्यक्ष रहे मदन कौशिक को राष्ट्रीय कार्यसमिति का विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया है.
साथ ही, छत्तीसगढ़ बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष विष्णुदेव साय और पंजाब बीजेपी पूर्व अध्यक्ष मनोरंजन कालिया, अमनजोत कौर रामूवालिया और एस राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी को भी राष्ट्रीय कार्यसमिति में विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल किया गया है.
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