इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) में कुछ लोगों द्वारा चूड़ी बेचने वाले की पिटाई का विवाद बढ़ता जा रहा है और जिस लड़के की पिटाई हुई थी उसके खिलाफ छठी क्लास की लड़की से छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया है. उसके खिलाफ लैंगिक अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो एक्ट) और भारतीय दंड विधान की धारा 420 (धोखाधड़ी), 471 (जाली दस्तावेज को असली के रूप में इस्तेमाल करना) और अन्य सम्बद्ध प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस ने चूड़ी बेचने वाले लड़के को हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ जारी है.


असदुद्दीन ओवैसी ने दी धार्मिक रंग देने की कोशिश


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चूड़ी बेचने वाले की पिटाई पर राजनीति शुरू हो गई है और एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने इसे धार्मिक रंग देने की कोशिश की है. उन्होंने ट्वीट कर इसे लिंचिंग और लड़के मुस्लिम होने से जोड़ा. ओवैसी ने कहा, 'विराट हिंदुत्ववादी' खुद को 'विराट' महसूस करवाने के लिए कभी किसी मुसलमान फकीर को मारता है, तो कभी भीड़ इकट्ठा करके चूड़ी बेचने वाले को पीट देता है. ये कम-जर्फी और कमतरी गोडसे की हिंदुत्ववादी सोच का नतीजा है. अगर समाज ये सोच का मुकाबला नहीं करेगा तो ये कैंसर की तरह फैलती रहेगी.'


क्या है पूरा मामला?


सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में मौजूद शख्स का नाम तस्लीम है और वह उत्तर प्रदेश के हरदोई का रहने वाला है. मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का दावा है कि वह व्यक्ति हिंदू नाम रखकर चूड़ियां बेचता था और उसके पास से दो फर्जी आधार कार्ड भी मिले हैं. पुलिस अधिकारी के मुताबिक नाबालिग छात्रा ने बाणगंगा थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि रविवार दोपहर तस्लीम अली (25) अपना नाम 'गोलू पिता मोहनसिंह' बताकर चूड़ियां बेचने उसके घर आया और उसने उसे 'बहुत सुंदर' बताते हुए बुरी नीयत से उसके शरीर को छुआ. अधिकारी ने बताया कि नाबालिग लड़की ने शिकायत में कहा कि अली की इस हरकत पर उसने शोर मचाया, जिसे सुन उसकी मां मौके पर पहुंची, तब चूड़ी विक्रेता उन्हें जान से मारने की कथित धमकी देकर भागने लगा, लेकिन आस-पड़ोस के लोगों ने पीछा कर उसे पकड़ लिया.



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दोनों पक्षों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई: गृह मंत्री


अली की पिटाई के मामले के तूल पकड़ने के बीच राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सावन के पवित्र माह में इस शख्स द्वारा खुद को हिंदू बताकर महिलाओं को चूड़ियां बेचने से विवाद की शुरुआत हुई, जबकि वह अन्य समुदाय से ताल्लुक रखता है. उन्होंने कहा, 'गृह विभाग की रिपोर्ट है कि इंदौर में चूड़ी बेच रहे व्यक्ति (तस्लीम अली) ने खुद का हिंदू नाम रखा हुआ था, जबकि वह दूसरे समुदाय का है. उसके पास से इस तरह के दो (संदिग्ध) आधार कार्ड भी मिले हैं.' गृह मंत्री के मुताबिक अली द्वारा सावन के पवित्र माह में अपना नाम कथित तौर पर बदलकर महिलाओं को चूड़ी बेचने को लेकर विवाद शुरू हुआ था और इस झगड़े से जुडे़ दोनों पक्षों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है. अली की पिटाई के आरोप में भीड़ में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.


चूड़ी वाले ने अपनी शिकायत में क्या कहा?


पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि चूड़ी विक्रेता ने रविवार देर रात सेंट्रल कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई कि गोविंद नगर में भीड़ में शामिल पांच-छह लोगों ने उसका नाम पूछा और जब उसने अपना नाम बताया, तो उन्होंने उसे पीटना शुरू कर दिया. उन्होंने बताया कि चूड़ी विक्रेता ने अपनी शिकायत में यह आरोप भी लगाया कि लोगों ने उसके लिए सांप्रदायिक तौर पर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया और उससे 10 हजार रुपये की नकदी, मोबाइल फोन, आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों के साथ ही करीब 25,000 रुपये मूल्य की चूड़ियां छीन लीं.

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